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Army Land Scam Case: ईडी ने सेना से हासिल किए कागजात, राज्य के कई अधिकारी-कर्मचारी रडार पर

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Published : Feb 9, 2023, 9:30 PM IST

रांची में सेना की जमीन घोटाला मामले की जांच काफी तेजी से हो रही है. जिसमें कई बड़े अधिकारी और कर्मचारी नप सकते हैं. इस मामलें में ईडी सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है.

ED office
ईडी ऑफिस

रांचीः राजधानी में आर्मी की कीमती जमीन से जुड़े मामले की जांच ईडी के द्वारा तेज गति से की जा रही है. फर्जी तरीके से सेना की जमीन हथियाने वाले ईडी के रडार पर हैं. मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए ईडी ने सेना की जमीन से जुड़े सभी कागजात हासिल कर लिए हैं.

ये भी पढ़ेंः Army Land Scam Case: ईडी ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल से की पूछताछ, सेना की जमीन पर कब्जा का आरोप

ईडी ने सेना को लिखा था पत्रः गौरतलब है कि रांची में भारतीय सेना के कई कैंप हैं. पिछले कुछ सालों में सेना की जमीन के एक बड़े हिस्से पर कथित रूप से कब्जा कर उसे धोखे से बेच दिया गया था. ईडी इसी मामले की जांच कर रही है. जांच की दिशा को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने रांची करमटोली चौक और सिरमटोली में सेना के द्वारा अधिग्रहित जमीन की बिक्री से जुड़े मामले में सेना से कागजात हासिल किए हैं. कागजात हासिल करने के लिए ईडी ने सेना को पत्र लिख कर जमीनों के अधिग्रहण, उसकी लीज समेत अन्य कागजातों की मांग की थी. सेना ने ईडी के पत्र का जवाब देते हुए रांची में दोनों ही जगहों पर अधिग्रहित जमीन से जुड़े सारे दस्तावेज सौंप दिए हैं. अब उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ईडी अपनी आगे की कार्रवाई करेगी.

राज्य के कई अधिकारी-कर्मचारी ईडी की राडार परः रांची में सेना की जमीन की रजिस्ट्री के मामले में जिला प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है.
दोनों ही जगहों पर जमीन की खरीद करने वाले, रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति, सरकारी पदाधिकारी जिनकी भूमिका रजिस्ट्री, म्यूटेशन में है, वह ईडी के रडार पर हैं. सेना जमीन खरीद में फर्जीवाड़ा के मामले में ईडी मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर जांच कर रही है. सेना से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, जमीन की खरीद बिक्री में बड़ी गड़बड़ी की पुष्टि भी हुई है. ईडी इस मामले में तत्कालीन डिप्टी रजिस्टार वैभव मनि त्रिपाठी और घासीराम पिंगुआ से पूछताछ कर चुकी है. रांची के बरियातू थाने में नगर निगम के बयान पर दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने करमटोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन के गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में ईसीआईआर दर्ज की थी.

राज्य के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल भी हैं ईडी के रडार परः झारखंड के बड़े कारोबारियों में शुमार विष्णु अग्रवाल भी सेना के जमीन घोटाला मामले में ईडी के रडार पर हैं. सेना की करम टोली स्थित जमीन की खरीद मामले में विष्णु अग्रवाल, जेल में बंद कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, प्रदीप बागची, रांची के पूर्व सब रजिस्टार घासीराम पिंगुआ, वर्तमान सब रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी के ठिकानों पर ईडी ने पिछले साल 4 नवंबर को छापेमारी भी की थी. इस दौरान ईडी ने विष्णु अग्रवाल के घर और दफ्तर से जमीन और रियल एस्टेट में निवेश से संबंधित कई कागजात जब्त किए थे. विष्णु अग्रवाल से इस मामले में ईडी की टीम दो बार पूछताछ भी कर चुकी है.

रांचीः राजधानी में आर्मी की कीमती जमीन से जुड़े मामले की जांच ईडी के द्वारा तेज गति से की जा रही है. फर्जी तरीके से सेना की जमीन हथियाने वाले ईडी के रडार पर हैं. मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए ईडी ने सेना की जमीन से जुड़े सभी कागजात हासिल कर लिए हैं.

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ईडी ने सेना को लिखा था पत्रः गौरतलब है कि रांची में भारतीय सेना के कई कैंप हैं. पिछले कुछ सालों में सेना की जमीन के एक बड़े हिस्से पर कथित रूप से कब्जा कर उसे धोखे से बेच दिया गया था. ईडी इसी मामले की जांच कर रही है. जांच की दिशा को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने रांची करमटोली चौक और सिरमटोली में सेना के द्वारा अधिग्रहित जमीन की बिक्री से जुड़े मामले में सेना से कागजात हासिल किए हैं. कागजात हासिल करने के लिए ईडी ने सेना को पत्र लिख कर जमीनों के अधिग्रहण, उसकी लीज समेत अन्य कागजातों की मांग की थी. सेना ने ईडी के पत्र का जवाब देते हुए रांची में दोनों ही जगहों पर अधिग्रहित जमीन से जुड़े सारे दस्तावेज सौंप दिए हैं. अब उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ईडी अपनी आगे की कार्रवाई करेगी.

राज्य के कई अधिकारी-कर्मचारी ईडी की राडार परः रांची में सेना की जमीन की रजिस्ट्री के मामले में जिला प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है.
दोनों ही जगहों पर जमीन की खरीद करने वाले, रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति, सरकारी पदाधिकारी जिनकी भूमिका रजिस्ट्री, म्यूटेशन में है, वह ईडी के रडार पर हैं. सेना जमीन खरीद में फर्जीवाड़ा के मामले में ईडी मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं पर जांच कर रही है. सेना से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, जमीन की खरीद बिक्री में बड़ी गड़बड़ी की पुष्टि भी हुई है. ईडी इस मामले में तत्कालीन डिप्टी रजिस्टार वैभव मनि त्रिपाठी और घासीराम पिंगुआ से पूछताछ कर चुकी है. रांची के बरियातू थाने में नगर निगम के बयान पर दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने करमटोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन के गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में ईसीआईआर दर्ज की थी.

राज्य के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल भी हैं ईडी के रडार परः झारखंड के बड़े कारोबारियों में शुमार विष्णु अग्रवाल भी सेना के जमीन घोटाला मामले में ईडी के रडार पर हैं. सेना की करम टोली स्थित जमीन की खरीद मामले में विष्णु अग्रवाल, जेल में बंद कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, प्रदीप बागची, रांची के पूर्व सब रजिस्टार घासीराम पिंगुआ, वर्तमान सब रजिस्टार वैभव मणि त्रिपाठी के ठिकानों पर ईडी ने पिछले साल 4 नवंबर को छापेमारी भी की थी. इस दौरान ईडी ने विष्णु अग्रवाल के घर और दफ्तर से जमीन और रियल एस्टेट में निवेश से संबंधित कई कागजात जब्त किए थे. विष्णु अग्रवाल से इस मामले में ईडी की टीम दो बार पूछताछ भी कर चुकी है.

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