रांची: झारखंड सरकार के खिलाफ साजिश रचने के मामले में ईडी के समन पर एजेंसी के दफ्तर पहुचे विधायक राजेश कच्छप से 11 घंटे तक पूछताछ हुई. इस दौरान राजेश कच्छप ने अपने आप को बेकसूर बताते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ साजिश में उनका कोई रोल नहीं था.
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खुद को बताया बेकसूर: कैश कांड मामले में विधायक इरफान अंसारी के बाद राजेश कच्छप से ईडी ने मंगलवार को लंबी पूछताछ की. राजेश दिन के 11 बजे रांची जोनल कार्यालय पहुंचे थे. थोड़ी ही देर बाद उनसे पूछताछ शुरू हो गई थी. जानकारी के अनुसार सबसे पहले राजेश कच्छप से ईडी के अधिकारियों ने पैसों के स्रोत के बारे में पूछा. साथ में यह भी पूछा गया कि वे कोलकता किस काम से गए थे. इस पर राजेश ने इरफान अंसारी की ही तरह बताया कि आदिवासी दिवस पर साड़ी और कपड़े बांटने के लिए वह कोलकाता खरीदारी करने गए थे. राजेश कच्छप ने भी बताया है कि बरामद 48 लाख रुपये में 16 लाख उनके थे. इन पैसों में अधिकांश राशि चंदे से मिली थी.
क्या सेंट्रल हॉल में अनूप से हुई थी बात: ईडी के अधिकारियों ने राजेश कच्छप से पूछा कि क्या विधानसभा के सेंट्रल हॉल में उनकी बात अनूप सिंह से हुई थी. अनूप सिंह ने पहले अपने बयान में बताया था कि राजेश कच्छप विधानसभा सत्र के दौरान सेंट्रल हॉल में उनके पास आए थे. इसके बाद अनूप सिंह ने बताया था कि सेंट्रल हॉल में राजेश कच्छप ने कहा था कि अब उन लोगों के साथ असम जाने के लिए नमन विक्सल कोंगाड़ी भी आ गए हैं. अनूप सिंह के दिए बयान से ईडी के अधिकारियों ने राजेश कच्छप के बयान का क्रॉस वैरिफिकेशन कराया. राजेश कच्छप ने अनूप सिंह से ऐसी कोई बात होने से इनकार किया.
असम जाने की पुष्टि: ईडी की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि तीनों विधायक कोलकाता जाने के पूर्व असम भी गए थे. विधायकों के दो अलग-अलग तारीख में असम जाने की पुष्टि हुई है. हालांकि, असम जाने के विषय पर एजेंसी के सामने और क्या-क्या बातें सामने आई है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है.
दो विधायकों का भी हो सकता है बयान दर्ज: ईडी ने इस मामले में कांग्रेस के सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा और मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की का भी बयान दर्ज करने का फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक, सरकार गिराने की साजिश और प्रलोभन का आरोप दोनों विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लगाया था. ऐसे में इन दोनों विधायकों का पक्ष भी ईडी अपने अनुसंधान में लेगी.
जब बुलाया जाएगा तब आएंगे: पूछताछ के बाद जब विधायक राजेश बाहर निकले तो उन्होंने बताया कि एजेंसी की जांच में उन्होंने पूरा सहयोग किया है. इसके आगे जब भी एजेंसी के द्वारा उन्हें बुलाया जाएगा. वह जरूर आएंगे और अपनी बात एजेंसी के सामने रखेंगे.