रांचीः अवैध खनन (illegal mining)और उसके ट्रांसपोर्टिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering) मामले में अब ईडी (Enforcement Directorate) ने साहिबगंज के फेरी सर्विस संचालकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गुरुवार को ईडी के रांची स्थित जोनल कार्यालय में फेरी सर्विस से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की गई.
फेरी संचालक रडार पर,घंटों हुई पूछताछः गुरुवार को ईडी (Enforcement Directorate) ने साहिबगंज नव यातायात सहयोग समिति के संचालक हुलास चौधरी, उनके बेटे राजू चौधरी और समिति के मंत्री छोटेलाल चौधरी से लंबी पूछताछ की. समिति ने मार्च महीने में साहिबगंज से कटिहार के बीच गंगा नदी में चलने वाली फेरी सर्विस का ठेका लिया था. इसके बदले 5.72 करोड़ कैश कटिहार की ट्रेजरी में जमा कराए गए थे. ईडी (Enforcement Directorate) के हत्थे चढ़े बच्चू यादव ने फेरी सर्विस के संबंध में खुलासे किए थे. वहीं इससे पहले फेरी सर्विस के संचालन से जुड़े सोनू सिंह से भी ईडी ने कई दफे पूछताछ की थी.
पंकज मिश्रा व दाहू यादव की भूमिका पर पड़तालः ईडी(Enforcement Directorate) को अंदेशा है कि फेरी सर्विस संचालन को पंकज मिश्रा और दाहू यादव के द्वारा कंट्रोल किया जाता था. अंदेशा यह भी है कि जो कैश कटिहार ट्रेजरी में जमा कराए गए थे, वह भी इन दोनों के ही थे. ईडी को इस बात की जानकारी मिली है कि दाहू यादव की अनुपस्थिति में बच्चू यादव फेरी सर्विस का काम काज देखा करता था. साथ ही फेरी सर्विस के जरिए बड़े पैमाने पर स्टोन चिप्स, पत्थरों की तस्करी की जाती थी. स्टोन चिप्स व पत्थर की तस्करी के लिए जलयान पर ओवरलोडिंग की जाती थी, साथ ही बगैर ट्रांसपोर्टिंग चालान के खनन पद्धार्थों की तस्करी बिहार से लेकर अन्य जगहों तक की जाती थी.
सिर्फ कागजों पर है कंपनीः मिली जानकारी के अनुसार, साहिबगंज से कटिहार के बीच फेरी सर्विस का संचालन करने वाली साहिबगंज नव यातायात सहयोग समिति सिर्फ कागजों पर बनी कंपनी है. ईडी(Enforcement Directorate) ने गुरुवार को हुलास चौधरी समेत तीनों लोगों से कंपनी के संचालक, कैश 5.72 करोड़ के स्रोत समेत अन्य विषयों पर पूछताछ की. आगे भी तीनों से पूछताछ की जाएगी.