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ईडी के ग्रीवांस सेल में हर रोज आ रही शिकायतें, ज्यादातर IAS-IPS और राजनेताओं से जुड़े

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Published : Oct 13, 2022, 11:01 PM IST

झारखंड में ईडी की लगातार कार्रवाई के बाद जनता का भरोसा ईडी पर बढ़ गया है. कहा जा सकता है जनता जागरूक हो रही है. ईडी की कार्रवाई देख आम जनता भी कई शिकायतें ईडी तक पहुंचा रही है (ED Grievance Cell receiving complaints). जनता अब तक करीब 300 शिकायतें भेज चुकी है, जिसमें ज्यादातर IAS -IPS और राजनेताओं से जुड़ी है.

ED Grievance Cell receiving complaints
ED Grievance Cell receiving complaints

रांची: झारखंड में ईडी के द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद ईडी के ग्रीवांस सेल में लगातार भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की शिकायतें आ रही हैं (ED Grievance Cell receiving complaints). ईडी के एक्शन से प्रभावित होकर आम लोग भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों को ईडी तक पहुंचा रहे हैं (Corruption cases in Jharkhand). सबसे ज्यादा शिकायतें आईएएस-आईपीएस और राजनेताओं के खिलाफ आ रही हैं.

300 शिकायतें आ चुकी हैं: यूं तो मधु कोड़ा जब झारखंड के मुख्यमंत्री थे, उस समय ईडी ने झारखंड में अपनी दबिश की शुरुआत की थी. तब से दर्जनों पर ईडी ने कई भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की है लेकिन, 6 मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ कार्रवाई और मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद से ईडी के ग्रीवांस सेल में 300 से अधिक शिकायतें आयी हैं. ईडी को मिली शिकायतों के आधार पर कई शिकायतों को वर्तमान में चल रही अवैध खनन के घोटाले से भी जोड़ा जा रहा है.

ईसीआईआर दर्ज कर सकती है ईडी: जानकारी के अनुसार जिन मामलों में शिकायतें प्रिडिकेटिव ऑफेंस के दायर में आती है. उन मामलों में ईडी अलग से इंफोर्समेंट कंप्लेन इंक्वायरी रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज कर सकती है. ईडी ने फिलहाल अधिकांश मामलों में गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय से पत्राचार कर रिपोर्ट मांगी है.

ईडी में तीन सहायक निदेशक, तीन दर्जन से अधिक केस: रांची एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के जोनल ऑफिस (Ranchi ED Zonal Office) में तीन दर्जन से अधिक केस में अनुसंधान और ट्रायल चल रहे हैं. केस की मॉनिटरिंग और अनुसंधान के लिए तीन सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी पदस्थापित हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक, ईडी के पास आयीं अधिकांश शिकायतें वैसे लोगों की हैं, जो भ्रष्टाचार से पीड़ित रहे हैं लेकिन, ईडी केवल उन्हीं केस की जांच कर सकती है जो प्रिडिकेटिव ऑफेंस के दायरे में आती है.

एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बढ़ सकती है मुसीबत: वहीं, दूसरी तरफ ईडी द्वारा अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार अमित अग्रवाल से गुरुवार को भी पूछताछ की गई. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, अवैध खनन से जुड़े मामले में राज्य के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की मुसीबत बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार प्रेम प्रकाश के मनी ट्रेल की जांच की जा रही है. जांच में यह बात सामने आयी है कि संबंधित आईएएस अधिकारी से प्रेम प्रकाश की पैसे की लेन देन थे. ऐसे में ईडी इस मामले में संबंधित आईएएस को पूछताछ के लिए नोटिस कर सकती है. प्रेम प्रकाश को पूर्व में ही ईडी के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल प्रेम प्रकाश रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में है.

रांची: झारखंड में ईडी के द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद ईडी के ग्रीवांस सेल में लगातार भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की शिकायतें आ रही हैं (ED Grievance Cell receiving complaints). ईडी के एक्शन से प्रभावित होकर आम लोग भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों को ईडी तक पहुंचा रहे हैं (Corruption cases in Jharkhand). सबसे ज्यादा शिकायतें आईएएस-आईपीएस और राजनेताओं के खिलाफ आ रही हैं.

300 शिकायतें आ चुकी हैं: यूं तो मधु कोड़ा जब झारखंड के मुख्यमंत्री थे, उस समय ईडी ने झारखंड में अपनी दबिश की शुरुआत की थी. तब से दर्जनों पर ईडी ने कई भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की है लेकिन, 6 मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ कार्रवाई और मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद से ईडी के ग्रीवांस सेल में 300 से अधिक शिकायतें आयी हैं. ईडी को मिली शिकायतों के आधार पर कई शिकायतों को वर्तमान में चल रही अवैध खनन के घोटाले से भी जोड़ा जा रहा है.

ईसीआईआर दर्ज कर सकती है ईडी: जानकारी के अनुसार जिन मामलों में शिकायतें प्रिडिकेटिव ऑफेंस के दायर में आती है. उन मामलों में ईडी अलग से इंफोर्समेंट कंप्लेन इंक्वायरी रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज कर सकती है. ईडी ने फिलहाल अधिकांश मामलों में गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय से पत्राचार कर रिपोर्ट मांगी है.

ईडी में तीन सहायक निदेशक, तीन दर्जन से अधिक केस: रांची एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के जोनल ऑफिस (Ranchi ED Zonal Office) में तीन दर्जन से अधिक केस में अनुसंधान और ट्रायल चल रहे हैं. केस की मॉनिटरिंग और अनुसंधान के लिए तीन सहायक निदेशक स्तर के पदाधिकारी पदस्थापित हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक, ईडी के पास आयीं अधिकांश शिकायतें वैसे लोगों की हैं, जो भ्रष्टाचार से पीड़ित रहे हैं लेकिन, ईडी केवल उन्हीं केस की जांच कर सकती है जो प्रिडिकेटिव ऑफेंस के दायरे में आती है.

एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बढ़ सकती है मुसीबत: वहीं, दूसरी तरफ ईडी द्वारा अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार अमित अग्रवाल से गुरुवार को भी पूछताछ की गई. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, अवैध खनन से जुड़े मामले में राज्य के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की मुसीबत बढ़ सकती है. जानकारी के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार प्रेम प्रकाश के मनी ट्रेल की जांच की जा रही है. जांच में यह बात सामने आयी है कि संबंधित आईएएस अधिकारी से प्रेम प्रकाश की पैसे की लेन देन थे. ऐसे में ईडी इस मामले में संबंधित आईएएस को पूछताछ के लिए नोटिस कर सकती है. प्रेम प्रकाश को पूर्व में ही ईडी के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल प्रेम प्रकाश रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में है.

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