रांची: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार को वीरेंद्र राम को अशोक नगर स्थित घर से ईडी की टीम एजेंसी के जोनल कार्यालय लेकर पहुंची थी, जहां ईडी के ज्वॉइंट डायरेक्टर सहित कई अधिकारियों ने वीरेंद्र राम से पूछताछ की. पूछताछ के बाद देर रात विनोद राम को गिरफ्तार कर लिया गया.
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मंगलवार सुबह 5 से चल रही थी रेड: बुधवार की शाम करीब 4 बजे ईडी की टीम वीरेंद्र राम को अपने साथ लेकर उनके अशोक नगर स्थित आवास से सीधे एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के जोनल कार्यालय पहुंची. जहां उनसे पूछताछ शुरू की गई थी. पूछताछ के दौरान वीरेंद्र राम अपनी काली कमाई को लेकर कोई सटीक जवाब एजेंसी को नहीं दे पाए, जिसके बाद वीरेंद्र राम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. गौरतलब है कि मंगलवार की तड़के सुबह वीरेंद्र राम के रांची, दिल्ली, जमशेदपुर और बिहार के सिवान में 24 ठिकानों पर ईडी की टीम ने एक साथ छापेमारी शुरू की थी. वीरेंद्र राम के घर पर 24 घंटे तक ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई चली.
काली कमाई का बादशाह निकले वीरेंद्र: ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि वीरेंद्र राम के द्वारा अपने पद का फायदा उठाते हुए अकूत संपत्ति जमा की गई है. इसी वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है. ईडी की छापेमारी के दौरान रांची के अशोक नगर घर से डेढ़ करोड़ से अधिक के जेवरात बरामद किए गए हैं. बरामद गहनों की कीमतों का आंकलन अभी नहीं हो पाया है. वहीं अलग अलग जगहों पर छापेमारी के दौरान ईडी को अरबों के निवेश के सुराग मिले हैं. ईडी को आशंका है कि वीरेंद्र राम ने कई शेल कंपनियों में भी अवैध कमायी के पैसे निवेश किए हैं. वीरेंद्र राम के द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई अकूत काली कमाई का स्रोत क्या, इसमें कौन-कौन लोग भागीदार हैं यह ईडी जानने का प्रयास कर रही है.
दिल्ली के घर की कीमत 20 करोड़ से अधिक: ईडी ने पड़ताल के दौरान पाया है कि अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति का निवेश बड़े पैमानें पर जमीन और मकान में किया गया है. दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी के मकान की कीमत ही 20 करोड़ से अधिक बताई जा रही है. वहीं दिल्ली के छतरपुर इलाके में भी करोड़ों की लागत से बड़ा घर बनाया जा रहा था. वीरेंद्र राम के पास से मिली आठ गाड़ियों की कीमत भी करोड़ों में है.