जमशेदपुर: नये साल का जश्न जहां पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. जमशेदपुर में सिख समाज के लोगों ने भी पुष्प वर्षा कर गुरू की गोद में नये साल का स्वागत किया. गुरुनानक सेवा दल के प्रधान ने बताया कि इस तरह के आयोजन के जरिये आज की पीढ़ी को अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ने का यह प्रयास है.
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा मैदान में गुरुनानक सेवा दल द्वारा आयोजित कीर्तन दरबार में शहर के सिख समाज के लोग शामिल हुए और नये साल का स्वागत किया. आपको बता दें कि शहर के लोग अलग अलग क्लब होटलों में नये साल का जश्न मनाते है, वहीं इन सबसे अलग हटकर सिख समाज सादगी के साथ गुरुवाणी कीर्तन में शामिल होकर नया साल मनाता है.
गुरुनानक सेवा दल द्वारा साल के अंतिम दो दिन कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाता है. अमृतसर से आये जत्था द्वारा कीर्तन और गुरुवाणी प्रस्तुत की जाती है. कीर्तन दरबार में भारी संख्या में सिख समाज के पुरुष, महिला के अतिरिक्त युवा पीढ़ी भी शामिल हुई.
आधी रात से पहले सभी श्रद्धालूओं ने खड़े होकर वाहेगुरु वाहेगुरु का जाप किया और रात के बारह बजने पर सिख समाज के लोगों ने गुरुग्रंथ साहिब पर पुष्प वर्षा कर नए साल का स्वागत किया. इस दौरान जो बोले सो निहाल के जयकारे के साथ समाज के लोगों ने गुरु का आशीर्वाद लिया और नये साल की मंगलकामना की.
गुरुनानक सेवा दल के प्रधान ने बताया कि नए साल में लोग होटलों में जाकर जश्न मनाते हैं, जिसमें युवा पीढ़ी भी रहती है. परंतु जमशेदपुर में हम सिख समाज के लोग गुरु की गोद में नया साल मनाते हैं. उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजन से नई पीढ़ी को अपनी भाषा, संस्कृति, धर्म से जोड़े रखने का प्रयास है. हमारा यह मानना है कि गुरु के आशीर्वाद से नए साल की शुरुआत होने पर सकारात्मक सोच के साथ साल गुजरता है. हम समाज के लोग सबकी सुख शांति के लिए मंगलकामना करते हैं और गुरु का आशीर्वाद लेते है.
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