रांची: ऑनलाइन, ऑफलाइन एग्जाम से वंचित परीक्षार्थियों के लिए डीएसपीएमयू ने एक बेहतर रास्ता निकाला है. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय ने उनके निवास क्षेत्र में ही एग्जाम कंडक्ट करने का फैसला लिया है. ऐसे ग्रामीण क्षेत्र में भवन चिन्हित कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए डीएसपीएमयू की टीम एग्जाम लेगी. फिलहाल इस मामले को लेकर अभी अंतिम मुहर लगना बाकी है
ऑनलाइन एक्जाम लेने की तैयारी शुरू
यूजीसी के गाइडलाइन पर राज्य के विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन एग्जाम लेने की तैयारियां शुरू कर दी है. रांची विश्वविद्यालय, इस बार जहां प्रथम चरण में ऑनलाइन एग्जाम लेगी, तो वहीं वंचित विद्यार्थियों के लिए भी एग्जाम का अलग व्यवस्था करने की बात कही जा रही है. वहीं दूसरी ओर रांची स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय ने यह निर्णय लिया है कि पहले चरण में ऑनलाइन परीक्षा लिया जाएगा. फिर विश्वविद्यालय कैंपस में ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए ऑफलाइन परीक्षा भी आयोजित की जाएगी.
ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों का ऑनलाइन एग्जाम लेना संभव नहीं
डीएसपीएमयू के वीसी ने कहा कि इस बार कई चरणों मे यूनिवर्सिटी में फाइनल ईयर का एग्जाम संपन्न कराया जाएगा. विश्वविद्यालय प्रबंधन का मानना है कि ऑनलाइन एग्जाम सभी विद्यार्थियों का नहीं लिया जा सकता है, क्योंकि डीएसपीएमयू में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी ही ज्यादा पढ़ते हैं. शहरी क्षेत्र में 40 फीसदी विद्यार्थी का ही ऑनलाइन एग्जाम हो पाएगा. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों तक मोबाइल के जरिए ऑनलाइन एग्जाम कंडक्ट कर पाना संभव नहीं होगा.
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निकाला गया है बीच का रास्ता
डीएसपीएमयू विद्यार्थियों की समस्याओं को देखते हुए दूसरे चरण में ऑफलाइन एग्जाम्स कंडक्ट करेगा. एग्जाम का तरीका भी अलग-अलग होगा. विश्वविद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए उसके निवास क्षेत्र में ही एक्जाम कंडक्ट करेगा. इसके लिए विद्यार्थियों को चिन्हित करने के लिए कहा गया है, जो विद्यार्थी या तो ऑफलाइन एग्जाम देने मुख्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. या फिर ऑनलाइन एग्जाम में भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. उन्ही के लिए यह व्यवस्था होगी.