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महिला पेडलर के सहारे फल फूल रहा नशे का कारोबार, रांची बनती जा रही ड्रग्स की राजधानी - Jharkhand news

रांची में नशे के कारोबारी अब अपने धंधे में पुलिस से बचने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. महिलाओं पर शक कम होता है इसलिए वे आसानी से ड्रग्स का धंधा कर लेती हैं.

Drug trade with help of women
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Published : Mar 28, 2023, 9:41 PM IST

Updated : Mar 28, 2023, 10:22 PM IST

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रांची: नशे के कारोबार में महिलाओं की एंट्री में पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. न सिर्फ राजधानी रांची बल्कि राज्य के अलग-अलग इलाकों से लगातार फीमेल ड्रग पेडलर्स पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जा रहे हैं. पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए नशे के तस्कर महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. महिलाएं अपने कपड़ों में छिपा कर गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर और नशीली टेबलेट अपने ग्राहकों तक पहुंचाती हैं. ड्रग्स बेचने वाली महिलाओं का एक स्थान निश्चित होता है. जहां वे पहले से खड़ी रहती हैं और खरीदार उन तक पहुंच कर आसानी से ड्रग्स खरीद कर अपने साथ ले जाते हैं. पुलिस महिलाओं पर संदेह नहीं करती है. यही वजह है कि नशे के तस्कर पैसों का लालच देकर महिलाओं को भी इस धंधे में शामिल करा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: नशा कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड सहित कई राज्यों के साथ की बैठक

कई को बनाया ड्रग्स एडिक्ट, फिर करवायी तस्करी: ड्रग्स तस्करी का एक सबसे खतरनाक पहलू यह भी है कि इस धंधे में नव युवतियों को शामिल करने के लिए उन्हें पहले ड्रग एडिक्ट बना दिया जाता है. सोमवार को रांची के पंडरा इलाके से 100 पुड़िया ब्राउन सुगर के साथ मां बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार अनु पूर्ति पहले से ड्रग्स एडिक्ट थी. अनु को उसकी मां ने ही उसे इस धंधे में शामिल किया था. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि ड्रग्स के साथ पकड़ी गई अनु की मां एनी बरला खूंटी के स्कूल में टीचर थी. अनु के ड्रग एडिक्ट होने की वजह से वह नशे के तस्करों के संपर्क में आई और फिर ड्रग पेडलर बन गई.

दरअसल राजधानी रांची में ड्रग्स तस्करों ने तेजी से अपना पांव पसारा है. हर कोने में नशीली पाउडर के एजेंट हैं, जिन्हें तस्करों ने पहले ब्राउन शुगर का एडिटेड बनाया इसके बाद उनसे तस्करी कराई जा रही है. दो साल पहले रांची के बरियातू इलाके पकड़े गए छह ड्रग्स पैडलर में एक ऐसा भी था, जो थाने के पुलिसकर्मियों को बार-बार हाथ जोड़कर आग्रह करते हुए ब्राउन शुगर मांग रहा था.

मॉडल से लेकर आम महिलाएं तक धंधे में शामिल: राजधानी रांची में महिलाओं के द्वारा ड्रग पेडलर के रूप में काम करने शुरुआत लगभग दो साल पहले से शुरू हुई थी. लेकिन जब पिछले साल मशहूर मॉडल ज्योति भारद्वाज को पुलिस ने ड्रग्स के तस्करी के केस में गिरफ्तार किया. तब यह बात निकलकर सामने आई कि 1 दर्जन से ज्यादा महिलाएं इस धंधे में शामिल हैं. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि जेल से बाहर निकलने के बाद मॉडल ज्योति भारद्वाज एक बार फिर से इसी धंधे में लिप्त हो गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे दोबारा गिरफ्तार किया. दूसरी बार तो ज्योति भारद्वाज की मां को भी ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया गया.

इसी साल बीआईटी ओपी क्षेत्र से उर्मिला देवी और उसके बहनोई केसवर हजाम को गिरफ्तार किया गया, दोनों जीजा साली मिलकर ड्रग्स बेचा करते थे. इसी साल दिल्ली के शातिर अपराधी आशीष सैम्युल जार्ज उर्फ जार्ज बुश को रांची में ब्लैक स्टोन ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया. इसी वर्ष 18 मार्च को झारखंड एटीएस की टीम ने महिला ड्रग पेडलर सुनीता देवी के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया. पिछले 6 महीने की ही बात करें तो राजधानी रांची की पुलिस ने महिला ड्रग्स तस्कर कर रिजवाना ताज, शांति देवी, सहित आधा दर्जन महिला ड्रग पेडलर को जेल भेजा है.

12 से ज्यादा अभी भी हैं एक्टिव, 250 से 500 में बिकती है एक पुड़िया: रांची के सिटी एसपी ने बताया कि अभी भी इस धंधे में कई महिलाएं काम कर रही हैं. इस धंधे के पीछे एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जिसका लिंक दूसरे राज्यों से भी जुड़ा हुआ है. जानकारी के अनुसार शांति देवी, नरगिस, ज्योति भारद्वाज जैसी महिलाएं इस तालाब की छोटी मछलियां हैं. कई रसूखदार महिलाएं भी इस धंधे में सक्रिय हैं, जिनकी तलाश पुलिस को भी है. पुलिस के पूछताछ में महिला तस्करों ने यह खुलासा किया है कि ब्राउन शुगर सबसे ज्यादा राजधानी में बेचा जाता है. 250, 300 और 500 की बनी पुड़िया में ब्राउन शुगर बेचा जाता है. रांची के इस्लामनगर, कर्बला चौक स्थित पॉलिटेक्निक बस्ती, डोम टोली, हिंदपीरी का नदी ग्राउंड, छोटा तालाब, रतन टॉकीज, किशोरगंज, पिस्का मोड़, मधुकम, पुंदाग, अरगोड़ा और आईटीआई बस स्टैंड के पास बड़े ही आसानी से ड्रग्स मिल जाते हैं.

क्या कर रही पुलिस कार्रवाई: रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल के अनुसार यह सही है कि महिलाओं का प्रयोग कर राजधानी रांची में ड्रग्स का कारोबार किया जा रहा है. इस मामले को लेकर पुलिस बेहद सतर्क है पुलिस की सतर्कता ही है कि 27 और 28 मार्च दो दिनों तक की कार्रवाई में कुल पांच ड्रग पेडलर गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं. गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने 200 पुड़िया ब्राउन शुगर भी बरामद किया है. एसएसपी के अनुसार यह कार्रवाई लगातार चल रही है और जब तक नशे के तस्करों पर पूरी तरह से नकेल न कस लिया जाए कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

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रांची: नशे के कारोबार में महिलाओं की एंट्री में पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. न सिर्फ राजधानी रांची बल्कि राज्य के अलग-अलग इलाकों से लगातार फीमेल ड्रग पेडलर्स पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जा रहे हैं. पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए नशे के तस्कर महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. महिलाएं अपने कपड़ों में छिपा कर गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर और नशीली टेबलेट अपने ग्राहकों तक पहुंचाती हैं. ड्रग्स बेचने वाली महिलाओं का एक स्थान निश्चित होता है. जहां वे पहले से खड़ी रहती हैं और खरीदार उन तक पहुंच कर आसानी से ड्रग्स खरीद कर अपने साथ ले जाते हैं. पुलिस महिलाओं पर संदेह नहीं करती है. यही वजह है कि नशे के तस्कर पैसों का लालच देकर महिलाओं को भी इस धंधे में शामिल करा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: नशा कारोबारियों पर कसेगा शिकंजा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने झारखंड सहित कई राज्यों के साथ की बैठक

कई को बनाया ड्रग्स एडिक्ट, फिर करवायी तस्करी: ड्रग्स तस्करी का एक सबसे खतरनाक पहलू यह भी है कि इस धंधे में नव युवतियों को शामिल करने के लिए उन्हें पहले ड्रग एडिक्ट बना दिया जाता है. सोमवार को रांची के पंडरा इलाके से 100 पुड़िया ब्राउन सुगर के साथ मां बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जांच में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार अनु पूर्ति पहले से ड्रग्स एडिक्ट थी. अनु को उसकी मां ने ही उसे इस धंधे में शामिल किया था. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि ड्रग्स के साथ पकड़ी गई अनु की मां एनी बरला खूंटी के स्कूल में टीचर थी. अनु के ड्रग एडिक्ट होने की वजह से वह नशे के तस्करों के संपर्क में आई और फिर ड्रग पेडलर बन गई.

दरअसल राजधानी रांची में ड्रग्स तस्करों ने तेजी से अपना पांव पसारा है. हर कोने में नशीली पाउडर के एजेंट हैं, जिन्हें तस्करों ने पहले ब्राउन शुगर का एडिटेड बनाया इसके बाद उनसे तस्करी कराई जा रही है. दो साल पहले रांची के बरियातू इलाके पकड़े गए छह ड्रग्स पैडलर में एक ऐसा भी था, जो थाने के पुलिसकर्मियों को बार-बार हाथ जोड़कर आग्रह करते हुए ब्राउन शुगर मांग रहा था.

मॉडल से लेकर आम महिलाएं तक धंधे में शामिल: राजधानी रांची में महिलाओं के द्वारा ड्रग पेडलर के रूप में काम करने शुरुआत लगभग दो साल पहले से शुरू हुई थी. लेकिन जब पिछले साल मशहूर मॉडल ज्योति भारद्वाज को पुलिस ने ड्रग्स के तस्करी के केस में गिरफ्तार किया. तब यह बात निकलकर सामने आई कि 1 दर्जन से ज्यादा महिलाएं इस धंधे में शामिल हैं. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि जेल से बाहर निकलने के बाद मॉडल ज्योति भारद्वाज एक बार फिर से इसी धंधे में लिप्त हो गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे दोबारा गिरफ्तार किया. दूसरी बार तो ज्योति भारद्वाज की मां को भी ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया गया.

इसी साल बीआईटी ओपी क्षेत्र से उर्मिला देवी और उसके बहनोई केसवर हजाम को गिरफ्तार किया गया, दोनों जीजा साली मिलकर ड्रग्स बेचा करते थे. इसी साल दिल्ली के शातिर अपराधी आशीष सैम्युल जार्ज उर्फ जार्ज बुश को रांची में ब्लैक स्टोन ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया. इसी वर्ष 18 मार्च को झारखंड एटीएस की टीम ने महिला ड्रग पेडलर सुनीता देवी के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया. पिछले 6 महीने की ही बात करें तो राजधानी रांची की पुलिस ने महिला ड्रग्स तस्कर कर रिजवाना ताज, शांति देवी, सहित आधा दर्जन महिला ड्रग पेडलर को जेल भेजा है.

12 से ज्यादा अभी भी हैं एक्टिव, 250 से 500 में बिकती है एक पुड़िया: रांची के सिटी एसपी ने बताया कि अभी भी इस धंधे में कई महिलाएं काम कर रही हैं. इस धंधे के पीछे एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जिसका लिंक दूसरे राज्यों से भी जुड़ा हुआ है. जानकारी के अनुसार शांति देवी, नरगिस, ज्योति भारद्वाज जैसी महिलाएं इस तालाब की छोटी मछलियां हैं. कई रसूखदार महिलाएं भी इस धंधे में सक्रिय हैं, जिनकी तलाश पुलिस को भी है. पुलिस के पूछताछ में महिला तस्करों ने यह खुलासा किया है कि ब्राउन शुगर सबसे ज्यादा राजधानी में बेचा जाता है. 250, 300 और 500 की बनी पुड़िया में ब्राउन शुगर बेचा जाता है. रांची के इस्लामनगर, कर्बला चौक स्थित पॉलिटेक्निक बस्ती, डोम टोली, हिंदपीरी का नदी ग्राउंड, छोटा तालाब, रतन टॉकीज, किशोरगंज, पिस्का मोड़, मधुकम, पुंदाग, अरगोड़ा और आईटीआई बस स्टैंड के पास बड़े ही आसानी से ड्रग्स मिल जाते हैं.

क्या कर रही पुलिस कार्रवाई: रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल के अनुसार यह सही है कि महिलाओं का प्रयोग कर राजधानी रांची में ड्रग्स का कारोबार किया जा रहा है. इस मामले को लेकर पुलिस बेहद सतर्क है पुलिस की सतर्कता ही है कि 27 और 28 मार्च दो दिनों तक की कार्रवाई में कुल पांच ड्रग पेडलर गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं. गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने 200 पुड़िया ब्राउन शुगर भी बरामद किया है. एसएसपी के अनुसार यह कार्रवाई लगातार चल रही है और जब तक नशे के तस्करों पर पूरी तरह से नकेल न कस लिया जाए कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.

Last Updated : Mar 28, 2023, 10:22 PM IST
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