रांची: मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से सारी तैयारी कर ली गई है. मंगलवार को बंगाली समुदाय से जुड़े सभी पूजा पंडाल की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा. वहीं कई पूजा समिति मंगलवार के बाद बुधवार को मूर्ति विसर्जन करेगी.
इसे भी पढ़ें- Navratri 2023: सरायकेला में दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस मुस्तैद, एसपी ने पंडालों में सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
दुर्गा बाड़ी मंदिर के संचालक और बंगाली समुदाय से जुड़े श्रद्धालुओं ने कहा कि पौराणिक परंपराओं के तहत दसवीं के दिन मां के प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. इसी परंपरा को निभाते हुए दुर्गा बाड़ी अपनी मूर्ति का विसर्जन मंगलवार को करेगी. अन्य पूजा समितियां की बात करें वह विसर्जन की तिथि 25 अक्टूबर को रखी है. हरमू पूजा समिति, कोकर पूजा समिति के साथ साथ विभिन्न पूजा समिति के लोगों ने मंगलवार की जगह बुधवार को विसर्जन करेंगे. मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन की टीम की तरफ से शांति समिति के लोगों को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश भी दिए गए हैं.
रांची एसडीओ दीपक कुमार दुबे ने बताया कि मूर्ति विसर्जन को लेकर पूजा समिति के लोगों को यह निर्देश दिया गया है. विसर्जन के दौरान स्थानीय थाना से संपर्क बनाएं और उनके द्वारा तय किए गए रूट पर ही मूर्ति विसर्जन के लिए निकलें. वहीं उन्होंने बताया की मूर्ति विसर्जन के लिए जितने भी घाटों का चयन किया गया है, वहां पर मजिस्ट्रेट की भी प्रतिनियुक्ति की गई है, सभी मजिस्ट्रेट को विसर्जन से जुड़ी आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं.
एसडीओ दीपक कुमार दुबे ने यह भी कहा गया है कि घाटों पर मूर्ति विसर्जन करने वाले श्रद्धालुओं पर निगरानी रखें. साथ ही मूर्ति विसर्जन करने के दौरान तालाबों के साफ सफाई का भी ख्याल रखा जाएगा. जिले के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी विसर्जन से पहले चिन्हित तालाबों में जाकर निरीक्षण किया गया. तालाबों के आसपास सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. तालाबों में सुरक्षा के मद्देनजर रिबन लगाकर खतरे के निशान को चिन्हित किया गया है ताकि तालाब के गहरे पानी में जाने से श्रद्धालुओं को रोका जा सके. जिला प्रशासन की तरफ से 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन को लेकर पदाधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.