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थानेदारों के काम के दौरान राजनीतिक या नौकरशाही का दबाब तो नहीं, डीजीपी लेंगे थानेदारों से जानकारी

झारखंड के डीजीपी एमवी राव शुक्रवार को अलग-अलग जिलों के थानेदारो से स्वयं रूबरू होंगे. थाना प्रभारियों से डीजीपी ने 7 बिंदुओं पर बातचीत करने का फैसला लिया है. पुलिस पर आरोप लगते रहते हैं कि वह राजनीतिक या फिर नौकरशाही के दबाव में काम करते हैं. ऐसे मामलों को जानने और समझने के लिए डीजीपी एमवी राव खुद राज्य के थानेदारो से चर्चा करेंगे.

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Published : Dec 17, 2020, 8:38 PM IST

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डीजीपी लेंगे थानेदारों से जानकारी

रांची: पुलिस पर अक्सर यह आरोप लगते रहते हैं कि वह राजनीतिक या फिर नौकरशाही के दबाव में काम करते हैं. ऐसे मामलों को जानने और समझने के लिए अब डीजीपी एमवी राव खुद राज्य के थानेदारो से चर्चा करेंगे. डीजीपी यह जानने का प्रयास करेंगे कि झारखंड पुलिस के थानेदारों के काम में राजनीतिक या नौकरशाही का हस्तक्षेप होता है या नहीं.

देखें पूरी खबर


शुक्रवार को चर्चा करेंगे डीजीपी
झारखंड पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को दिन के 11 बजे से शाम 5 बजे तक डीजीपी अलग-अलग जिलों के थानेदारो से स्वयं रूबरू होंगे. शुक्रवार को राज्य के 13 जिलों के 32 थानों के थानेदारों से वीसी के जरिए डीजीपी बातचीत करेंगे. जिन जिलों में इंटरनेट की समस्या है, वहां जिला मुख्यालय में आकर थानेदारों को अपनी बात भी वीसी के जरिए रखनी होगी.


किन किन मुद्दों पर होगी बात
थाना प्रभारियों से डीजीपी ने 7 बिंदुओं पर बातचीत करने का फैसला लिया है. प्रत्येक थानेदार को बताना होगा कि उनके थाना क्षेत्र में व्याप्त मुख्य अपराध, विधि व्यवस्था की चुनौती क्या है, बीते 6 महीने में जब से थाने में योगदान दिया है, वर्णित समस्या या चुनौती से निपटने की दिशा में क्या कार्रवाई की गई है. काम के निष्पादन में किसी तरह की राजनीति या नौकरशाही दबाब है तो इसकी भी चर्चा खुलकर थानेदारों को करनी है. थाने में प्रतिनियुक्त बल की समस्या, सामग्री की कमी हो जिससे कार्य क्षमता पर प्रभाव पड़ता हो तो उसके प्रभाव की जानकारी भी डीजीपी को देनी होगी. थाना में आधारभूत संरचना की कमी, हाजत, फर्नीचर वाहन के समस्या के साथ-साथ जिले में राज्य स्तर पर पुलिस अधिकारियों की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए क्या मदद चाहते हैं इस पर भी थानेदारों से सुझाव डीजीपी वीसी में मांगेंगे.

इसे भी पढे़ं: दलबदल मामले में हाई कोर्ट के फैसले को कांग्रेस ने बताया चौंकाने वाला, कहा-अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे

शुक्रवार को किस जिले के किन थानेदार से होगी बात
देवघर - साइबर थाना, सारठ, सरवान, मधुपुर, पत्थरअड्डा ओपी और कुंडा थाना.
साहिबगंज - साहिबगंज नगर, बोरिया, रंगा और राजमहल थाना.
दुमका - दुमका टाउन, मिसिलिया, मुफस्सिल और जरमुंडी थाना.
पाकुड़ - नगर, अमरापाड़ा, हिरणपुर और मुफस्सिल थाना.
जामताड़ा - करमाटांड़, नाला और महिजाम थाना.
सरायकेला - आदित्यपुर, सरायकेला, नगर, गम्हरिया, चांडिल और खरसावां थाना.
गुमला - गुमला नगर, सिसई, घाघरा, कामडारा और चैनपुर थाना.
लोहरदगा - नगर, कुडू, सेन्हा और सेरेंगदाह थाना.
गढ़वा - नगर, भंडरिया, रंका और नगर उंटारी थाना.
लातेहार - लातेहार, बालूमाथ, मनिका, छिपादोहर और चंदवा थाना.
गिरिडीह - नगर, जमुआ, बगोदर ,पीरटांड़, निमियाघाट बंगाबाद.
चतरा - पत्थलगड़ा, पिपरवार, राजपुर और हंटरगंज थाना.
रामगढ़ - रामगढ़ नगर, रजरप्पा, भुरकुंडा, मांडू थाना.

रांची: पुलिस पर अक्सर यह आरोप लगते रहते हैं कि वह राजनीतिक या फिर नौकरशाही के दबाव में काम करते हैं. ऐसे मामलों को जानने और समझने के लिए अब डीजीपी एमवी राव खुद राज्य के थानेदारो से चर्चा करेंगे. डीजीपी यह जानने का प्रयास करेंगे कि झारखंड पुलिस के थानेदारों के काम में राजनीतिक या नौकरशाही का हस्तक्षेप होता है या नहीं.

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शुक्रवार को चर्चा करेंगे डीजीपी
झारखंड पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को दिन के 11 बजे से शाम 5 बजे तक डीजीपी अलग-अलग जिलों के थानेदारो से स्वयं रूबरू होंगे. शुक्रवार को राज्य के 13 जिलों के 32 थानों के थानेदारों से वीसी के जरिए डीजीपी बातचीत करेंगे. जिन जिलों में इंटरनेट की समस्या है, वहां जिला मुख्यालय में आकर थानेदारों को अपनी बात भी वीसी के जरिए रखनी होगी.


किन किन मुद्दों पर होगी बात
थाना प्रभारियों से डीजीपी ने 7 बिंदुओं पर बातचीत करने का फैसला लिया है. प्रत्येक थानेदार को बताना होगा कि उनके थाना क्षेत्र में व्याप्त मुख्य अपराध, विधि व्यवस्था की चुनौती क्या है, बीते 6 महीने में जब से थाने में योगदान दिया है, वर्णित समस्या या चुनौती से निपटने की दिशा में क्या कार्रवाई की गई है. काम के निष्पादन में किसी तरह की राजनीति या नौकरशाही दबाब है तो इसकी भी चर्चा खुलकर थानेदारों को करनी है. थाने में प्रतिनियुक्त बल की समस्या, सामग्री की कमी हो जिससे कार्य क्षमता पर प्रभाव पड़ता हो तो उसके प्रभाव की जानकारी भी डीजीपी को देनी होगी. थाना में आधारभूत संरचना की कमी, हाजत, फर्नीचर वाहन के समस्या के साथ-साथ जिले में राज्य स्तर पर पुलिस अधिकारियों की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए क्या मदद चाहते हैं इस पर भी थानेदारों से सुझाव डीजीपी वीसी में मांगेंगे.

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शुक्रवार को किस जिले के किन थानेदार से होगी बात
देवघर - साइबर थाना, सारठ, सरवान, मधुपुर, पत्थरअड्डा ओपी और कुंडा थाना.
साहिबगंज - साहिबगंज नगर, बोरिया, रंगा और राजमहल थाना.
दुमका - दुमका टाउन, मिसिलिया, मुफस्सिल और जरमुंडी थाना.
पाकुड़ - नगर, अमरापाड़ा, हिरणपुर और मुफस्सिल थाना.
जामताड़ा - करमाटांड़, नाला और महिजाम थाना.
सरायकेला - आदित्यपुर, सरायकेला, नगर, गम्हरिया, चांडिल और खरसावां थाना.
गुमला - गुमला नगर, सिसई, घाघरा, कामडारा और चैनपुर थाना.
लोहरदगा - नगर, कुडू, सेन्हा और सेरेंगदाह थाना.
गढ़वा - नगर, भंडरिया, रंका और नगर उंटारी थाना.
लातेहार - लातेहार, बालूमाथ, मनिका, छिपादोहर और चंदवा थाना.
गिरिडीह - नगर, जमुआ, बगोदर ,पीरटांड़, निमियाघाट बंगाबाद.
चतरा - पत्थलगड़ा, पिपरवार, राजपुर और हंटरगंज थाना.
रामगढ़ - रामगढ़ नगर, रजरप्पा, भुरकुंडा, मांडू थाना.

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