रांची: गुरुवार को राजधानी रांची के इचागढ़ क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में कई लोग घायल हो गए थे. जिसमें 5 लोगों को गंभीर अवस्था में रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें से चार की इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई. मौत के बाद रिम्स प्रबंधन पर घायलों और मृतक के परिजनों ने कई आरोप लगाए. परिजनों के द्वारा यह आरोप लगाए गया कि रिम्स में कार्यरत कर्मचारियों ने पोस्टमार्टम के लिए भी पैसे मांगे. जब पैसे देने से मना किया गया तो शव देने से पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों ने इंकार कर दिया.
ये भी पढ़ें: Internet Interrupted in RIMS! घंटों से रिम्स में इंटरनेट सेवा बंद, मरीज और परिजन परेशान, कई जांच हुई प्रभावित
मृतक के परिजनों की शिकायत पर शुक्रवार को देर शाम रांची के सांसद संजय सेठ रिम्स पहुंचे. जहां उन्होंने रिम्स की व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप को सुनने के बाद कहा कि जिस तरह से पोस्टमार्टम हाउस में पैसे मांगे जा रहे हैं और घायलों के परिजनों को पैसे मांग कर तंग किया जा रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री किस दुनिया में रहते हैं इसकी जानकारी किसी को नहीं है. रिम्स निदेशक अपने कार्यालय से बाहर नहीं निकलते जिस वजह से लोगों की परेशानी को वह जान नहीं पाते.
संजय सेठ ने कहा कि पिछले कई महीनों से जीबी की बैठक नहीं हुई है. पिछले 3 महीने से किसी भी तरह की बैठक नहीं हुई है. जब सदस्यों के द्वारा बैठक बुलाने की बात कही जाती है तो स्वास्थ्य मंत्री बैठक से पीछे हट जाते हैं. पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चलाने वाले स्वास्थ्य मंत्री ही जब बैठक से पीछे भाग रहे हैं तो इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों की क्या स्थिति होगी.
वहीं, रिम्स के पारा मेडिकल के छात्रों के द्वारा की जा रही विरोध प्रदर्शन को लेकर संजय सेठ ने कहा कि जिस तरह से व्यवस्था बनी हुई है इस तरह की व्यवस्था में मरीज ही नहीं बल्कि डॉक्टर से लेकर रिम्स में पढ़ने वाले छात्र तक परेशान हैं. उन्होंने कहा कि सांसद होने के नाते रिम्स लापरवाही की पोल खोलने का वह काम करेंगे. बस उन्हें होने वाले बैठक का इंतजार है. जब भी बैठक होगी उस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री से सभी लापरवाही के कारण पूछे जाएंगे.
गौरतलब है कि सांसद संजय सेठ परिजनों की शिकायत के बाद भी उस पहुंचे थे, जहां पर मृतक के परिजनों ने कहा कि इलाज में लापरवाही के दौरान घायलों की मौत हुई है, तो वहीं मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम करने के लिए चार हजार रूपये की मांग भी की गई. सांसद संजय सेठ के आने के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ. सांसद के आश्वासन के बाद लोग अस्पताल परिसर से बाहर निकले.