रांची: जिले के चान्हो थाना के चोरया गांव में बेटियों ने अपनी ही मां की अर्थी को कंधा देकर साबित कर दिया कि लड़कियां किसी भी सूरत में लड़कों से कम नहीं. 40 वर्षीय रीना देवी काफी दिनों से किडनी की बीमारी से जूझ रही थी.
काफी दिनों तक उनका इलाज वेल्लोर में चला, जब उनके पति राजकुमार साहू बाहर इलाज कराने में असमर्थ हो गए तो उन्हें रिम्स में एडमिट कर दिया. रिम्स में इलाज के दौरान शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गयी. वो अपने पीछे चार पुत्रियों आंचल कुमारी, चंचल कुमारी, पूजा कुमारी और काजल कुमारी को छोड़ गईं. जिन पुत्रियों ने मां के अर्थी को कंधा देकर मां का हक अदा किया. बेटियों ने साबित किया कि आज के समय में लड़कियां बोझ नहीं.