रांची: जिले के लापुंग थाना अंतर्गत बड़काकुरा गांव में बीमार पिता की मौत होने पर उसकी इकलौती बेटी ने अंतिम संस्कार कर बेटे का फर्ज निभाया. सामाजिक कुरीतियों को दरकिनार कर बेटी द्वारा पिता को मुखाग्नि देने की खबर आस-पास के दर्जनों गांवों में चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग इसे सराहनीय प्रयास कहते हुए बेटी की प्रशंसा कर रहे हैं.
बड़काकुरा गांव निवासी तिलक सिंह (55) की बुधवार सुबह मौत हो गई. मृतक के भाइयों और भतीजों ने अंतिम संस्कार करने से किया इंकार कर दिया. गांव वालों ने जब अंतिम संस्कार करने की बात कही तो बेटी सनिया देवी ने पिता को मुखाग्नि देने की बात कही. इस पर कुछ गांव वालों ने परंपरा की दुहाई दी, तो कुछ जागरूक ग्रामीणों ने दुखी बेटी का हौसला बढ़ाया.
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इसके बाद ग्रामीणों ने श्मशान घाट तक मृतक तिलक सिंह के शव को पहुंचाया, जहां सानिया देवी ने विधि संस्कारों के साथ पिता को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया. मृतक ने अपने हिस्से की 50 डिसमिल जमीन बेच दी थी, जिसे लेकर उसके भाइयों व भतीजो में नाराजगी थी, इसी को लेकर भाइयों ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया.