पलामू: झारखंड की राजधानी रांची से पटना की दूरी कम होने वाली है. गया शेरघाटी डालटनगंज रेल लाइन की मंजूरी मिल गई है. इस रेल लाइन के सर्वे के लिए रेल मंत्रालय ने 20 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है. रुपये जारी होने के बाद जल्द ही सर्वे का काम शुरू होगा. यह रेल लाइन गया रफीगंज भाया डालटनगंज तक जाएगी. पूर्व मध्य रेलवे का यह परियोजना लंबे वक्त से प्रस्तावित था, लेकिन पहली बार इसके लिए राशि जारी की गई है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद रेलवे पटरी बिछाने का काम शुरू करेगा.
परियोजना पूरा होने से जुड़ जाएंगे कई प्रखंड: फिलहाल, रांची से पटना जाने में 9 से 14 घंटे लगते हैं. पलामू से पटना जाने में ट्रेन से लगभग 7-8 घंटे लगते है. परियोजना पूरा होने के बाद रांची से पटना की दूरी करीब तीन घंटे कम हो जाएगी, जबकि पलामू से पटना की दूरी लगभग चार घंटे की रह जाएगी. परियोजना के पूरा होने से गया का शेरघाटी, इमामगंज, डुमरिया, पलामू का नौडीहा बाजार, छतरपुर, नावाबाजार समेत कई प्रखंड जुड़ जांएगे. यह पूरा का पूरा इलाका नक्सल कॉरीडोर रहा है.
पलामू सांंसद ने रेल मंत्री से किया था आग्रह: पलामू सांसद विष्णुदयाल राम ने मामले में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया था. डालटनगंज शेरघाटी रफीगंज गया रेल लाइन परियोजना पूरा होने के बाद पलामू के इलाके की करीब सात से आठ लाख की आबादी रेल से जुड़ जाएगी. पलामू से रेलवे का फ्रेट कॉरिडोर भी होकर गुजर रहा है. फ्रेट कॉरिडोर के बाद डालटनगंज गया रेल लाइन रेलवे की एक बड़ी परियोजना है.
2-3 महीने में पूरा हो जाएगा सर्वे: इससे पहले बरवाडीह चिरमिरी रेल लाइन परियोजना के लिए भी सरकार ने करीब दो लाख करोड़ की राशि मंजूर की है. इस परियोजना के पूरा होने से कोलकाता से मुंबई की दूरी बेहद ही कम हो जाएगी. पलामू का इलाका रेलवे के सेंट्रल इंडस्ट्रियल के तहत आता है. पलामू का धनबाद और मुगलसराय रेल डिवीजन के अंतर्गत आता है. डालटनगंज गया रेल लाइन का सर्वे पूरा होने के बाद रेलवे इसका तैयार डीपीआर जारी कर वित्तीय अनुमति भी देगी. रेलवे अधिकारी के अनुसार दो से तीन महीने में सर्वे का काम पूरा हो जाएगा. रेलवे विकास निगम रेल लाइन परियोजना का सर्वे का काम करेगी. गया-डालटनगंज की रेल लाइन करीब 120 किलोमीटर की होगी.