रांची: धनबाद के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल प्रिंस खान गिरोह लगातार पुलिस को चुनौती दे रहा है. जबकि पिछले 6 महीने के दौरान केवल धनबाद से ही प्रिंस खान गिरोह के एक दर्जन से ज्यादा अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. इसके अलावा प्रिंस खान की काली कमाई को बिजनेस में इस्तेमाल करने वाले 62 मददगारों के बैंक अकाउंट को भी फ्रीज कर दिया गया है. झारखंड एटीएस और सीआईडी की टीम भी प्रिंस खान गिरोह के पीछे लगी हुई है, लेकिन इसके बावजूद प्रिंस के खौफ में कोई कमी नहीं आई है.
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प्रिंस खान के गुर्गे तो अब राजधानी रांची में भी कारोबारियों से रंगदारी मांगने लगे हैं. धनबाद तो वैसे ही प्रिंस खान के आतंक के जद में है, अक्सर रंगदारी को लेकर प्रिंस खान के गुर्गे धनबाद में गोलीबारी और बमबारी करते रहते हैं. बीते सप्ताह रांची के एक कारोबारी से प्रिंस खान गिरोह ने 50 लाख रुपए की रंगदारी की डिमांड की है. मामले को लेकर कारोबारी ने रांची के बरियातू थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई है.
रेड कॉर्नर नोटिस हो चुका है जारी: झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने मोस्ट वांटेड अपराधी प्रिंस खान के खिलाफ इंटरपोल की ओर से रेड और ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है. गैंग्स ऑफ वासेपुर ऑफ धनबाद से जुड़ा प्रिंस खान दुबई से अपने गैंग का संचालन कर रहा है. नोटिस जारी करने के बाद इंटरपोल ने इसकी जानकारी यूएई और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल को भी दे दी है. लेकिन इसके बावजूद अब तक वह न तो इंटरपोल और न ही दुबई पुलिस के हाथ लगा है, प्रिंस खान दुबई से अपना गैंग चला रहा है और समय-समय पर दुबई से अपने वीडियो जारी कर पुलिस को चुनौती देता रहता है.
मोस्ट वांटेड है प्रिंस खान: धनबाद के गैंग्स ऑफ वासेपुर से जुड़ा प्रिंस खान एक कुख्यात अपराधी है. उसके ऊपर दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं. सीबीआई के अनुरोध पर इंटरपोल ने धनबाद जिला में दर्ज केस में रेड कार्नर नोटिस जारी किया है, जबकि एटीएस थाने में दर्ज केस में ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. साल 2021 के बाद से ही प्रिंस खान पुलिस को चकमा देकर विदेश में रह रहा है. झारखंड एटीएस की जांच में यह बात भी सामने आ चुकी है कि प्रिंस खान फरारी के दौरान शारजाह और दुबई जैसे शहरों में देखा गया है.
प्रत्यर्पण का होगा प्रयास: प्रिंस खान झारखंड का पहला अपराधी होगा जिसके प्रत्यर्पण का प्रयास किया जायेगा. जानकारी के मुताबिक, आखिरी बार प्रिंस खान की लोकेशन दुबई में थी. पासपोर्ट रद्द होने के बाद वह दुबई में फंसा हुआ है. झारखंड पुलिस की पहल पर मोहम्मद हैदर खान के नाम से बना प्रिंस खान का पासपोर्ट रद्द कराया जा चुका है. राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक रेड और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद प्रिंस खान के प्रत्यर्पण की कोशिशें की जाएंगी. प्रत्यर्पण के लिए सीबीआई आगे इंटरपोल और यूएई सरकार से पत्राचार करेगी.
प्रिंस खान गैंग को किया जा रहा टारगेट: झारखंड पुलिस के आईजी ऑपरेशन सह पुलिस प्रवक्ता अमोल होमकर के मुताबिक प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. धनबाद के अलावा जिन जिलों में उसके गिरोह की सक्रियता सामने आ रही है, वहां के पुलिस अधीक्षकों को गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय ने दिया है. आईजी के मुताबिक प्रिंस खान गिरोह के खिलाफ जो भी मामले आ सामने रहे हैं, उन पर कानूनी कार्रवाई जारी है. खान गिरोह के अपराधी जो जेल से बाहर हैं, उनपर नजर रखी जा रही है. गिरोह के सदस्य जो जेल के अंदर हैं, उनपर भी नजर रखी जा रही है. इस मामले में जल्द ही पॉजिटिव रिजल्ट सामने आएगा.
तैयार की गई गुंडा सूची: पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए राज्य के 14 जिलों में गुंडा सूची भी बनाई गई है. प्रिंस खान से जुड़े अपराधियों को भी गुंडा सूची में शामिल किया गया है. पुलिस मुख्यालय की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, रामगढ़ जिले में 91 अपराधी हैं, धनबाद में 69, पलामू में 48, रांची में 38, जमशेदपुर में 28, लातेहार में 25, हजारीबाग में 24, चतरा में पांच, गढ़वा में तीन, बोकारो में तीन, चाईबासा में एक, गिरिडीह में एक और गुमला में एक अपराधी को गुंडा सूची में अंकित किया गया है.