लोहरदगा: लातेहार जिला की सीमावर्ती क्षेत्र लोहरदगा-लातेहार मुख्य पथ पर जोड़ा पुल जंगल के समीप बोरे में बंद नवजात बच्ची मिली है. बच्ची की रोने की आवाज सुनकर मार्ग से गुजर रहे अनिल साहू और कमली देवी की नजर बोरे पर पड़ी. दोनों ने बोरा खोला तो बोरे में बंद एक नवजात बच्ची मिली. यह देखकर दोनों हैरान हो गए. दोनों ने बच्ची को वहां से उठाया और उसके बाद ले जाकर कुडू थाना पुलिस के हवाले कर दिया.
पुलिस ने बच्ची को सदर अस्पताल में कराया भर्तीः वहीं कुडू थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार सिंह ने नवजात बच्ची को तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल लोहरदगा में भर्ती कराया गया है. जहां पर शिशु विभाग में बच्ची का इलाज चल रहा है. फिलहाल बच्ची की स्थिति स्थिर बनी हुई है. घटना की पुष्टि कुडू थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाल कल्याण विभाग के माध्यम से बच्ची के संरक्षण को लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है. यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है तो पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी.
नवजात बच्ची के माता-पिता का पता लगा रही पुलिसः वहीं घटना को लेकर लोग हैरान हैं. लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि कैसे कोई एक मासूम को इस तरह से जंगल में फेंक सकता है. जब बच्ची को फेंकना ही था, तो उसे जन्म ही क्यों दिया गया. पुलिस अपनी ओर से बच्ची के माता-पिता के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है.
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