रांचीः झारखंड शिक्षा परियोजना के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से बड़ी रकम की निकासी करने का मामला सामने आया है. तथाकथित साइबर अपराधियों ने परियोजना के कार्यालय खाते से 19.80 लाख रुपए गायब कर दिए हैं. इस अवैध निकासी में साइबर अपराधियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. मामले को लेकर रांची के धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
ये भी पढ़ें-चेक क्लोन बना साइबर ठगी का नया तरीका, आम लोगों के साथ-साथ सरकारी एकाउंट भी निशाने पर
क्लोन चेक के जरिेए 19. 80 लाख रुपए की निकासीः झारखंड शिक्षा परियोजना के खाते से साइबर अपराधियों ने क्लोन चेक के जरिए 19.80 लाख रुपए की अवैध निकासी कर ली है. इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक के हटिया शाखा की सहायक महाप्रबंधक रश्मि पाठक ने धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. सहायक महाप्रबंधक की ओर से थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि एसबीआई हटिया ब्रांच में झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय का खाता है. उस खाते में सरकार के लाखों रुपए जमा हैं. साइबर ठगों ने इस घटना को जनवरी 2023 के अंतिम सप्ताह में अंजाम दिया है. इसकी जानकारी बैंक को हाल के दिनों में हुई, जब ऑडिट का काम चल रहा था.
मुंबई के यस बैंक से की गई राशि की निकासीः जांच करने पर पता चला कि राशि की निकासी मुंबई के यस बैंक के पीवाई ट्रेडस के खाते से दो क्लोन चेक के माध्यम से की गई है. उस चेक में झारखंड शिक्षा परियोजना पदाधिकारियों को हस्ताक्षर भी हैं. सहायक महाप्रबंधक के अनुसार साइबर ठगों ने जितनी राशि की निकासी की थी, उसे सरकार के खाते में बैंक ने जमा करा दिया गया है.बैंक अपने स्तर से इसकी जांच भी शुरू कर दी है, लेकिन पूरा मामला साइबर अपराध का लग रहा है. ऐसे में इसकी पुलिस जांच बेहद जरूरी है.
जांच में जुटी पुलिसः प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस की टीम के साथ सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुट गई है. जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं उस खाते की जांच की जा रही है. खाते से संबंधित पूरी जानकारी मिलने के बाद उसे फ्रीज भी किया जाएगा. पुलिस को इस मामले में किसी बैंक के कर्मचारी के मिलीभगत की भी आशंका है. इस बिंदु पर भी पुलिस तफ्तीश कर रही है.