रांची: प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने यह दावा किया कि जांच का दायरा बढ़ाकर अब प्रखंड स्तर तक ले जाया जाएगा. लगभग 8 दिनों के सेल्फ आइसोलेशन के बाद स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे. सीएम ने कहा राज्य सरकार एक कंट्रोल रूम खोलने जा रही है. जिससे संक्रमण और उससे जुड़ी जानकारियां लोगों को मिल जाएंगी. साथ ही संक्रमित लोगों का इलाज कैसे बेहतर तरीके से हो सकेगा इसकी भी जानकारी कंट्रोल रूम से दी जा सकेगी.
बढ़ा है जांच का दायरा
सोरेन ने कहा कि शुरुआती दौर में जांच का दायरा सीमित था, लेकिन अब वह बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि जांच का दायरा बढ़ने से अब सरकार एक डेटाबेस भी तैयार कर रही है. ताकि आने वाले समय में संक्रमण का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा सके. वहीं बिहार से सीमा शेयर करने वाले इलाकों को सील करने पर उन्होंने कहा कि बिहार में पहले से लॉक डाउन है. तो वहां से लोग झारखंड कैसे आ रहे हैं यह सोचने वाली बात है.
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बिहार में है लॉकडाउन, तो कैसे आ रहे हैं लोग
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को लेकर कुछ चर्चाएं हुई हैं, लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. हालांकि मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग से यह बात निकल कर आई है कि संक्रमित लोगों की एक ट्रैवल हिस्ट्री है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में संक्रमण में डॉक्टर की भूमिका बहुत कम है. इसमें सबसे ज्यादा नर्सिंग और रखरखाव की आवश्यकता है, लोगों को कैसे रहना है किस तरीके से रहना है और किस तरह क्वॉरेंटाइन रखना है. यह ज्यादा महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी आर्डर दिए हैं कि जो लोग संक्रमित हो चुके हैं. वह घर में भी रह सकते हैं, इस बाबत भी राज्य सरकार विचार कर रही है किसका प्रबंधन किस तरीके से बेहतर तरीके से किया जा सके.