रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण हो रहा है. 10 जुलाई को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 53 हजार 333 सैंपल टेस्ट किए गए, जिसमें महज 56 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. वहीं राज्य में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से किसी भी मरीज की मौत नहींं हुई है. आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब कोरोना के 423 एक्टिव केस ही बचे हैं.
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राज्य के 11 जिलों में नहीं मिला संक्रमण
झारखंड में संक्रमण के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे हैं. पिछले 24 घंटे की बात करें तो 11 ऐसे जिले रहे, जिसमें संक्रमण का आंकड़ा शून्य रहा यानी यहां एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला. इन जिलों में दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, खूंटी, कोडरमा, लोहरदगा, रामगढ़, सिमडेगा, पाकुड़ और सरायकेला शामिल हैं. वहीं पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा 18 नए केस मिले जबकि देवघर, धनबाद, गढ़वा और हजारीबाग में संक्रमण का एक-एक मामला सामने आया है.
पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा रिकवरी रेट
पूर्वी सिंहभूम में जहां सबसे ज्यादा 18 नए संक्रमित मिले, वहीं इसी जिले में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी सबसे ज्यादा रही. इस जिले में रविवार को 17 मरीज रिकवर हुए, वहीं बोकारो में 09 और रांची में भी 09 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं.
98.39 फीसदी पर पहुंचा रिकवरी रेट
झारखंड में कोरोना का 7 डेज ग्रोथ रेट भी घटकर महज 0.01 फीसदी रह गया है जबकि 4910.31 दिन 7 डेज डबलिंग डे है तो रिकवरी रेट बढ़कर 98.39 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है.
10 जुलाई को 71 हजार 662 लोगों को लगी वैक्सीन
राज्य में 10 जुलाई को 46 हजार 47 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई. जिसमें 18 प्लस के 37 हजार 369 लोगों को टीका लगाया गया. जबकि 45 प्लस के 6 हजार 920 लोगों को वैक्सीन दी गई. वहीं टीका लेने वालों में 60 प्लस लोगों की संख्या एक हजार 437 रही. वहीं दूसरी डोज की बात करें तो इसकी संख्या 25 हजार 615 रही, जिसमें 18 प्लस के 15 हजार 820 लोगों ने टीका लिया, 45 प्लस के सात हजार 77 लोग और 60 प्लस के 1 हजार 628 लोगों ने टीका लिया.
वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार को पत्र
वैक्सीन की कमी से जूझ रहे झारखंड में सप्लाई बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है. राज्य के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) ने बताया कि राज्य में वैक्सीन की कमी है, जिसकी सप्लाई बढ़ाने के लिए केंद्र से मांग की गई है. उन्होंने ये भी बताया कि झारखंड में निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर वैक्सीन लेने वालों की संख्या काफी कम है. इसलिए राज्य में 25 फीसदी वैक्सीन निजी अस्पतालों के लिए रिजर्व रखना सही नहीं है. उन्होंने कहा फ्री कोटा वाले वैक्सीन की संख्या बढ़ाई जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट किया जा सके.