रांची: कोरोना महामारी ने तमाम व्यवस्थाओं को बदल कर रख दिया है. पहले जहां हर निबंधन कार्यालय में प्रतिदिन 120 जमीन फ्लैट की रजिस्ट्री करने का लक्ष्य रखा गया था. जिसे कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए घटाकर 40 कर दिया गया है. जिसका खामियाजा झारखंड नवीन दस्तावेज संघ और चल अचल संपत्ति खरीदने और बेचने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इसके साथ-साथ सरकार को भी रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है.
कोरोना महामारी का जमीन और फ्लैट रजिस्ट्री पर पड़ा व्यापक असर, सरकार को रेवेन्यू का भी हो रहा है नुकसान - रांची में फ्लैट रजिस्ट्री में हो रही परेशानी
कोरोना महामारी के कारण जमीन और फ्लैट की रजिस्ट्री पर काफी व्यापक असर देखने को मिल रहा है. इसके तहत सरकार को रेवेन्यू का भी काफी नुकसान हो रहा है. वहीं रजिस्ट्री की संख्या घटाए जाने से आम लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है.
जमीन और फ्लैट रजिस्ट्री पर कोरोना का असर
रांची: कोरोना महामारी ने तमाम व्यवस्थाओं को बदल कर रख दिया है. पहले जहां हर निबंधन कार्यालय में प्रतिदिन 120 जमीन फ्लैट की रजिस्ट्री करने का लक्ष्य रखा गया था. जिसे कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए घटाकर 40 कर दिया गया है. जिसका खामियाजा झारखंड नवीन दस्तावेज संघ और चल अचल संपत्ति खरीदने और बेचने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इसके साथ-साथ सरकार को भी रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है.