रांचीः कोरोना के कारण सार्वजनिक होली पर पाबंदी लगी है, लेकिन होली त्योहार को खास अंदाज में मनाने वालों पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. पिछले साल होली के मौके पर करीब 25 -30 करोड़ की शराब झारखंड के मतवालों ने पीकर खत्म की थी.
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शराब के दामों में बढ़ोतरी
कोरोना के कारण शराब बिक्री में काफी कमी आई है. विक्रेता की माने तो कोरोना के कारण शराब बिक्री में 10-15 प्रतिशत की कमी आई है. रांची जिला खुदरा शराब विक्रेता संघ के महासचिव निशांत सिंह का कहना है कि पिछले वर्ष होली के दिन रांची में 3 करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई थी. वहीं झारखंड में शराब की 25-30 करोड़ रुपये की बिक्री हुई थी. प्रदेश सचिव वीरेंद्र गोप की माने तो इस बार कोरोना के कारण शराब के दामों में हुई बढ़ोतरी से बिक्री में काफी कमी आई है.
2020 की होली में शराब की बिक्री
रांची में लगभग 170 शराब दुकान है और पिछले वर्ष 2020 में 3 करोड़ की शराब की बिक्री हुई थी, जबकि प्रति दिन 1 से सवा करोड़ की बिक्री होती है. वहीं अगर झारखंड की बात करें तो राज्य में लगभग 1 हजार 595 शराब दुकान है और पिछले वर्ष 25-30 करोड़ की बिक्री हुई थी. वहीं प्रतिदिन 8 से 11 करोड़ की बिक्री शराब की होती है.
1469.90 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति
वित्तीय वर्ष 2020-21 की बात करें तो कोविड-19 के बावजूद राज्य में देसी-विदेशी और कम कंपोजिट शराब की खपत काफी बनी रही. 22 मार्च 2020 से 19 मई 2020 तक राज्य की सभी शराब दुकानें बंद थी. इसके बावजूद 2 हजार 300 करोड़ रुपये के सालाना लक्ष्य का पीछा करते हुए उत्पाद विभाग ने फरवरी 2021 तक 1469.90 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति की. राज्य में सबसे ज्यादा रांची में शराब की बिक्री होती है, जबकि सबसे कम खपत वाला जिला लोहरदगा है.