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जमीन कब्जा करने की नीयत से होने वाली थी BJP नेता की हत्या, CID की जांच रिपोर्ट में पुष्टि

रांची बीजेपी महानगर कोषाध्यक्ष रमेश सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी. हत्या की साजिश रिंग रोड में करोड़ों की जमीन हड़पने के मकसद से की गई थी. सीआईडी को जानकारी मिली थी कि सुजीत सिन्हा जेल में मोबाइल इस्तेमाल कर रहा है. जिसके बाद सीआईडी ने इस मोबाइल नंबर को लिसनिंग पर लगाया और मामलें की पुष्टि की.

फाइल फोटो
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Published : Nov 7, 2019, 7:43 AM IST

रांची: कांके के संग्रामपुर की एक जमीन के चलते बीजेपी रांची महानगर कोषाध्यक्ष रमेश सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी. उनकी हत्या की सुपारी गैंगेस्टर सुजीत सिन्हा ने रांची के डोरंडा में रहने वाले अपराधी इमरान और सेंटी को दी थी.

वहीं, इस घटना में सुशील श्रीवास्तव गिरोह के शूटर अमन साव की मदद भी ली जानी थी, हालांकि जब यह योजना बनी थी तब अमन साव जेल में बंद था. वह अपराधियों को हथियार और पैसे पहुंचाने में जेल से ही मदद करवा रहा था. जेल से छूटने के बाद अमन साव को हजारीबाग के बड़कागांव पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन हाजत से फरार हो गया था.

CID की जांच में क्या बात आयी सामने
सीआईडी को जानकारी मिली थी कि सुजीत सिन्हा जेल में मोबाइल नंबर 7563828476 का इस्तेमाल कर रहा है. जिसके बाद सीआईडी ने इस मोबाइल नंबर को लिसनिंग पर लगाया था. फोन लिसनिंग के दौरान ही यह बात सामने आयी कि कांके के संग्रामपुर में बीजेपी नेता रमेश सिंह एक जमीन की घेराबंदी करा रहें हैं. रिंग रोड में करोड़ों की जमीन को हड़पने की साजिश सुजीत ने रची थी. इसके बाद जमीन कब्जा करने की नीयत से हत्या के लिए सेंटी और इमरान से संपर्क किया गया था. इस दौरान सुजीत सिन्हा ने रमेश सिंह के मोबाइल नंबर पर रंगदारी के लिए फोन भी किया था, जिसकी पुष्टि सीडीआर रिपोर्ट में हुई है.

ये भी देखें- अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सलीमा टेटे को रांची रेल मंडल ने दिया नियुक्ति पत्र, TTE के पद पर करेंगी काम

ये भी भागीदार
अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधी अमन साव, साहिल मल्लिक, बबलू खान, हरि तिवारी, मुकेश कुमार से भी सेंटी और इमरान को सहयोग दिया जाना था. हालांकि, फोन लिसिनिंग पर होने के कारण पुलिस ने इस मामले में हरि तिवारी, बबलू खान, इमरान को गिरफ्तार कर लिया था.

रांची: कांके के संग्रामपुर की एक जमीन के चलते बीजेपी रांची महानगर कोषाध्यक्ष रमेश सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी. उनकी हत्या की सुपारी गैंगेस्टर सुजीत सिन्हा ने रांची के डोरंडा में रहने वाले अपराधी इमरान और सेंटी को दी थी.

वहीं, इस घटना में सुशील श्रीवास्तव गिरोह के शूटर अमन साव की मदद भी ली जानी थी, हालांकि जब यह योजना बनी थी तब अमन साव जेल में बंद था. वह अपराधियों को हथियार और पैसे पहुंचाने में जेल से ही मदद करवा रहा था. जेल से छूटने के बाद अमन साव को हजारीबाग के बड़कागांव पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन हाजत से फरार हो गया था.

CID की जांच में क्या बात आयी सामने
सीआईडी को जानकारी मिली थी कि सुजीत सिन्हा जेल में मोबाइल नंबर 7563828476 का इस्तेमाल कर रहा है. जिसके बाद सीआईडी ने इस मोबाइल नंबर को लिसनिंग पर लगाया था. फोन लिसनिंग के दौरान ही यह बात सामने आयी कि कांके के संग्रामपुर में बीजेपी नेता रमेश सिंह एक जमीन की घेराबंदी करा रहें हैं. रिंग रोड में करोड़ों की जमीन को हड़पने की साजिश सुजीत ने रची थी. इसके बाद जमीन कब्जा करने की नीयत से हत्या के लिए सेंटी और इमरान से संपर्क किया गया था. इस दौरान सुजीत सिन्हा ने रमेश सिंह के मोबाइल नंबर पर रंगदारी के लिए फोन भी किया था, जिसकी पुष्टि सीडीआर रिपोर्ट में हुई है.

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ये भी भागीदार
अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधी अमन साव, साहिल मल्लिक, बबलू खान, हरि तिवारी, मुकेश कुमार से भी सेंटी और इमरान को सहयोग दिया जाना था. हालांकि, फोन लिसिनिंग पर होने के कारण पुलिस ने इस मामले में हरि तिवारी, बबलू खान, इमरान को गिरफ्तार कर लिया था.

Intro:जमीन को लेकर होने वाली थी भाजपा नेता की हत्या,सीआईडी की जांच रिपोर्ट में पुष्टि

रांची के कांके में संग्रामपुर की एक जमीन को लेकर भाजपा के रांची महानगर कोषाध्यक्ष रमेश सिंह की हत्या की साजिश रची गई थी। उनकी हत्या की सुपारी गैंगेस्टर सुजीत सिन्हा ने रांची के डोरंडा में रहने वाले अपराधी इमरान, सेंटी को दी थी। वहीं इस घटना में सुशील श्रीवास्तव गिरोह के शूटर अमन साव की मदद भी ली जानी थी। हालांकि जब योजना बनी थी तब अमन साव भी जेल में बंद था। लेकिन वह अपराधियों को हथियार व पैसे पहुंचाने में जेल से ही मदद करवा रहा था। जेल से छूटने के बाद अमन साव को हजारीबाग के बड़कागांव पुलिस ने गिरफ्तार किया था। लेकिन वह भी वहां हाजत से फरार हो गया था।

सीआईडी की जांच में क्या बात आयी सामने

सीआईडी को जानकारी मिली थी कि सुजीत सिन्हा जेल में मोबाइल नंबर 7563828476 का इस्तेमाल कर रहा है। जिसके बाद सीआईडी ने इस मोबाइल नंबर को लिसनिंग पर लगाया था। फोन लिसनिंग के दौरान ही यह बात सामने आयी कि कांके के संग्रामपुर में भाजपा नेता रमेश सिंह के द्वारा एक जमीन की घेराबंदी करायी जा रही है। रिंग रोड में करोड़ों की जमीन को हड़पने की साजिश सुजीत ने रची। इसके बाद जमीन कब्जा करने की नीयत से हत्या के लिए सेंटी व इमरान से संपर्क किया। इस दौरान सुजीत सिन्हा ने रमेश सिंह के मोबाइल नंबर पर रंगदारी के लिए फोन भी किया था, जिसकी पुष्टि सीडीआर रिपोर्ट में हुई है।

ये भी भागीदार
अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधी अमन साव, साहिल मल्लिक, बबलू खान, हरि तिवारी, मुकेश कुमार के द्वारा भी सेंटी व इमरान को सहयोग दिया जाना था। हालांकि फोन लिसिनिंग पर होने के कारण पुलिस ने इस मामले में हरि तिवारी, बबलू खान, इमरान को गिरफ्तार कर लिया था।Body:1Conclusion:1
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