रांची,पलामू: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शनिवार को सभी जिला मुख्यालयों में केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों कृषि कानून के विरोध में पदयात्रा निकाली. इस दौरान बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारे लगाए.
ये भी पढ़ें-कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया के जरिए अपने विरोधियों को देगी जवाब, 5 लाख सदस्य बनाने का है लक्ष्य
अन्नदाता की रक्षा के लिए कांग्रेस चला रही आंदोलन
पदयात्रा का नेतृत्व करने वाले रांची महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष संजय पांडे ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार के काले कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक कांग्रेस आंदोलनरत रहेगी और किसानों के साथ खड़ी रहेगी. उन्होंने कहा कि 4 महीने से देश के किसान सड़क पर हैं. किसान देख रहे हैं कि उनकी जमीन लूटी जा रही है.
किसान बिल के नाम पर काले कानून लाए गए हैं. इससे साफ दिखता है कि प्रधानमंत्री हम दो हमारे दो की सरकार चला रहे है, जिसमें नरेंद्र मोदी और अमित शाह हैं और अपने दो मित्रों अडानी और अंबानी के लिए किसान की जमीन को गिरवी रखने का काम कर रहे हैं. इसके खिलाफ राहुल गांधी के नेतृत्व में ब्लॉक से लेकर दिल्ली तक सड़क पर कांग्रेस उतरी है. किसानों की जमीन को बचाने और अन्नदाता की रक्षा के लिए कांग्रेस आंदोलन चला रही है.
20 फरवरी को हजारीबाग में ट्रैक्टर रैली का होगा आयोजन
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पदयात्रा के उद्देश्य को जाहिर करते हुए कहा कि वह मैदान पर तब तक रहेंगे, जब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं. तीन काले कानून अडानी और अंबानी के लिए लाने का काम केंद्र सरकार ने किया है. इसे वापस कराने के लिए किसानों के समर्थन में पदयात्रा निकाली गई हैं.
बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ किसानों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी लगातार आंदोलन कर रही है और शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर कई कार्यक्रम चला रही है. इसी के तहत शनिवार को पदयात्रा निकाली गई है. आगामी 20 फरवरी को हजारीबाग में ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लेने की आवाज बुलंद की जाेगी.
ये भी पढ़ें-झारखंड के विभिन्न जिलों में 13 फरवरी को कांग्रेस की पदयात्रा, कृषि कानून को वापस लेने की मांग
पलामू में भी विरोध प्रदर्शन
कृषि कानून के खिलाफ शनिवार को पाकुड़ में भी पदयात्रा निकाली गई. इस पदयात्रा में कांग्रेस के बतौर जिला पर्यवेक्षक शशिभूषण राय ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया. पदयात्रा के जरिये कांग्रेस ने केंद्र सरकार से किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की. कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग की.