रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार जमाखोरों के साथ मिलकर प्याज के माध्यम से मुनाफा कमाने में लगी हुई है, जबकि पिछले 3 महीनों से प्याज की कीमत बढ़ी हुई है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं हुई.
सस्ते दर पर प्याज बेचने पर बैन
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम ने प्याज की बढ़ी कीमतों को लेकर गुरुवार को सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने किसी पॉलिटिकल पार्टी को लाभ न मिले. इस लिहाज से सस्ते दर पर प्याज बेचने पर बैन लगाया है. इसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार से यह सवाल किया है कि पिछले 3 महीनों से प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर आम जनता में त्राहिमाम मचा हुआ है, लेकिन सरकार इस पर गंभीरता नहीं दिखा रही है. इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार जमाखोरों के साथ मिली हुई है. इस वजह से प्याज की किल्लत लोगों को हो रही है.
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70 रुपये में 2 किलो बेचा जा रहा था प्याज
बता दें कि प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए बिस्कोमान नाम की संस्था की ओर से सड़क पर ट्रक लगाकर 70 रुपये में 2 किलो प्याज बेचा जा रहा था. प्याज खरीदने को लेकर सड़क पर लोगों की काफी भीड़ भी देखी जाने लगी. क्योंकि बाजार में 1 किलो प्याज 70 से 80 रुपये में उपलब्ध होते है. ऐसे में कांग्रेस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सवाल किए हैं.