रांची: झारखंड में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जो वादा किया था, पार्टी उसे निभाएगी या नहीं, यह एक अहम सवाल बन गया है. कांग्रेस का वह पुराना वादा परेशान भी कर सकता है, क्योंकि लोकसभा चुनाव के समय गोड्डा सीट जेवीएम को देने के दौरान पार्टी के विवाद को रोकने के लिए राज्यसभा में अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने की बात कही गई थी.
अब राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है. ऐसे में पार्टी के अंदर इस पुराने वादे को पूरा करने का दबाव बनने लगा है, लेकिन उस पुराने वादे को दरकिनार कर अब प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि इसका निर्णय आलाकमान को लेना है.
राज्यसभा के 2 सीटों पर चुनाव
26 मार्च को झारखंड में राज्यसभा के 2 सीटों के लिए चुनाव होना है. जिसको लेकर सभी राजनीतिक दल रणनीति बनाने में लगे हुए हैं. गठबंधन का दोनों सीट पर उम्मीदवार उतारना तय माना जा रहा है. जेएमएम और कांग्रेस से एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे. ऐसे में कांग्रेस के अंदरखाने किसी अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने के लिए कुछ नेता लॉबिंग भी कर रहे हैं.
ये भी देखें- कन्हैया पर चलेगा राजद्रोह का केस, देखें उनकी पहली प्रतिक्रिया
केंद्रीय नेतृत्व लेगी निर्णय
इसके पीछे की वजह लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस का वादा है. जिसमें पार्टी ने अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि जो भी निर्णय होगा, वह केंद्रीय नेतृत्व ही लेगी.
लोकसभा चुनाव महागठबंधन के तहत लड़ा गया था. जिसमें गोड्डा सीट जेवीएम के हिस्से में आई थी. इसको लेकर विधायक इरफान अंसारी और इस सीट के दावेदार फुरकान अंसारी ने नाराजगी भी जताई थी, लेकिन गठबंधन को जारी रखने के लिए राज्यसभा चुनाव में अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने की बात कही गई थी.
ये भी देखें- एंटी करप्शन ब्यूरो ने पकड़ी कई गड़बड़ियां, आदिवासी जमीन को गैर आदिवासी बना बेचा गया
पार्टी के समर्पित व्यक्ति को मिलेगा मौका!
अब इस मसले पर पार्टी गोलमोल जवाब दे रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा है कि पार्टी ने जो वादा किया है, वह पार्टी को याद है और इस पर आलाकमान जरूर सही निर्णय लेगी. हालांकि उन्होंने कहा है कि राज्यसभा में वैसे लोगों को उम्मीदवार बनाना चाहिए, जो पार्टी के प्रति समर्पित रहे हैं. चाहे वह कार्यकर्ता ही क्यों न हो.