रांची: बजट सत्र के पहले दिन से ही झारखंड विधानसभा का माहौल गरमाने लगा है. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक नौटंकी और तमाशा करना बंद करें नहीं तो दोबारा इस तरह की हरकत यहां हुई तो उन्हें यहां से उठवा कर फेंकवा दिया जाएगा. इरफान अंसारी अपने बड़बोलापन के कारण जाने जाते हैं और उनका यह बयान बजट सत्र शुरू होने के दिन ही आया है.
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भाजपा ने इरफान को दी खुली चुनौती: इरफान के बयान ने झारखंड विधानसभा परिसर को राजनीतिक रूप से गरमा दिया है. जिसपर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने खुली चुनौती देते हुए कहा है कि इरफान अंसारी अपने बरबोलेपन के लिए जाने जाते हैं और यही वजह है कि उन्होंने इस तरह का बयान दिया है. भाजपा विधायक समरी लाल ने इरफान अंसारी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनमें ताकत है तो वह फेंकवा करके दिखाएं. भारतीय जनता पार्टी के विधायक जनहित के मुद्दे पर आंदोलन करते रहेंगे. लोकतंत्र में किसी की आवाज दबाया नहीं जा सकता है. अपनी नाकामी को छिपाने के लिए सत्तारूढ़ दल के इरफान अंसारी जैसे विधायक इस तरह के अनर्गल बयान देते रहे हैं इससे भारतीय जनता पार्टी के विधायक डरने वाले नहीं हैं.
विपक्ष से सहयोग की उम्मीद: भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने सरकार पर जनता को बरगलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति सिर्फ और सिर्फ लटकाने वाली बात है जिसे सरकार भी जानती है. ऐसी नियोजन नीति जिससे यहां के छात्र छले गए. इस सरकार ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर पूर्व में बनी नियोजन नीति को रद्द करने का काम किया. मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सदन ठीक ढंग से चले इसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को ध्यान रखना होगा. लेकिन विपक्ष ज्यादातर समय सरकार की नाकामी गिनाने में लगी रहती है जो कि आधारहीन रहता है. सकारात्मक सोच के साथ यदि विपक्ष सदन में सरकार को सहयोग करे तो सदन भी चलता रहेगा और जनता की आवाज को भी उठाई जा सकती है मगर अमूमन विपक्ष जानबूझकर हंगामा खड़ा करता है और इस वजह से सदन की कार्यवाही बाधित होती रहती है. उन्होंने उम्मीद जताया कि इस बजट सत्र में विपक्ष का सहयोग मिलेगा और सदन की कार्यवाही ठीक ढंग से चलती रहेगी.