रांचीः कांग्रेस झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद से झारखंड कांग्रेस में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. इसको लेकर एक गुट ने कांग्रेस के नए झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय के झारखंड आने से पहले ही आरपीएन के लिए सभी फैसले पर पुनर्विचार करने और पिछले दिनों झारखंड पार्टी संगठन में हुए बदलाव पर पुनर्विचार की मांग आलाकमान से कर दी है. झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने पुराने निर्णय को आरपीएन सिंह का फैसला करार देते हुए उसकी पुनर्समीक्षा की मांग कर दी है.
इसे भी पढ़ें- RPN सिंह के बीजेपी में जाने से नहीं टूटेंगे झारखंड कांग्रेस के विधायक, महागठबंधन सरकार पूरे 5 साल चलेगीः राजेश ठाकुर
पार्टी नेताओं ने झारखंड कांग्रेस में सांगठनिक बदलाव पर AICC से समीक्षा की मांग की है. राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के बेहद करीबी और AICC सदस्य आलोक दुबे और किशोरनाथ शाहदेव ने भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह के पिछले कुछ महीनों से लिए गए फैसले पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा लिए गए फैसलों की समीक्षा जरूरी है और राज्य संगठन में जो बदलाव हुए थे उसकी भी समीक्षा आलाकमान करें.
शनिवार को सेवा विमान से रांची पहुंचेंगे कांग्रेस के नए झारखंड प्रभारीः कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने बताया कि शनिवार दोपहर 12 बजे कांग्रेस झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय सेवा विमान से रांची पहुंचेंगे. उनके कार्यक्रम की जानकारी देते हुए राकेश सिन्हा ने बताया कि दोपहर 03 बजे से मोरहाबादी में बैठक करेंगे, शाम 06 बजे जल संसाधन विभाग के डोरंडा गेस्ट हाउस में मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. इसके अलावा 30 जनवरी को सभी जिलाध्यक्षों और कांग्रेस के अन्य प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के साथ नए प्रभारी बैठक करेंगे.
आरपीएन के भाजपा में जाने का सरकार पर कोई असर नहीं- झामुमोः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य आलम ने कहा कि कांग्रेस के एक प्रभारी गए तो दूसरे आ गए हैं, जो काम पहले आरपीएन करते थे वह अब अविनाश पांडेय करेंगे. जेएमएम ने कहा कि आरपीएन सिंह के भाजपा में जाने का कोई असर राज्य की सरकार पर नहीं पड़ेगा. राज्य में कांग्रेस सरकार में शामिल है और कांग्रेस आलाकमान में नए प्रभारी की नियुक्ति कर दी है.
आरपीएन की वजह से नहीं, अंतर्कलह से सरकार को खतरा- भाजपाः भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी सिंह ने कहा कि राज्य में सत्ता की मलाई खाने के लिए सरकार चलती रहेगी और आरपीएन की वजह से कोई खतरा सरकार को नहीं है. विधायक सीपी सिंह ने कहा कि भविष्य में वर्तमान हेमंत सरकार को खतरा है भी तो वह झामुमो और कांग्रेस के नेताओं के बीच अंतर्कलह से है ना कि आरपीएन के भाजपा में जाने से.