रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है और इसके साथ ही तेज हो गया है सीटों के बंटवारे को लेकर वाद-विवाद. महागठबंठन की अभी घोषणा भी नहीं हुई है और नेता कौन होगा इसे लेकर विवाद मचा है. हालांकि कांग्रेस ने साफ किया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जो तय किया गया है, विधानसभा चुनाव उसी अनुसार लड़े जाएंगे लेकिन नेता कौन होगा इसका निर्णय बैठक के बाद ही लिया जाएगा.
क्या हुआ था तय
लोकसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन में तय हुआ था कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका निभाएगी जबकि विधानसभा चुनाव में महागठबंधन झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. लेकिन लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब विधानसभा चुनाव में गठबंधन का नेता कौन होगा. इस पर संशय बन गया है. हालांकि प्रदेश कांग्रेस की माने तो गठबंधन के लिए नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने पहल की है.
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क्या कह रहे हैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा है कि गठबंधन को लेकर कवायद शुरू हो गई है और लोकसभा चुनाव के दौरान अगर कांग्रेस पार्टी ने कोई वादा किया है तो उसे जरूर निभाएगी. फिलहाल उन्होंने हेमंत सोरेन को नेता मानने से इनकार करते हुए कहा है कि गठबंधन का नेता कौन होगा इसका फैसला गठबंधन होने के बाद ही लिया जाएगा.
क्या कह रहे हैं प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि महागठबंधन के लिए विपक्षी दलों से चर्चा जारी है. ऐसे में गठबंधन की बैठक के बाद सभी विपक्षी दल निर्णय लेंगे कि नेता कौन होगा.