रांचीः लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुटी कांग्रेस एक तरफ झारखंड की सभी 14 सीटों को जीतने का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत यह है कि संगठनात्मक रूप से पार्टी अपने आप को मजबूत नहीं कर पाई है. ऐसे में 2024 के लोकसभा चुनाव की डगर कठिन होती दिख रही है.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में इन दिनों जिला स्तर पर संगठनात्मक स्थिति का आकलन किया जा रहा है. जिसमें पंचायत और प्रखंड स्तर पर पार्टी की बनने वाली कमेटी की जमीनी हकीकत सामने आ रही है. मंगलवार को कांग्रेस भवन में साहिबगंज सहित राज्य के 06 जिलों की समीक्षा की गई, जिसमें कमोबेश यही स्थिति देखने को मिली. 6 में से तीन जिलों में पंचायत और प्रखंडस्तर पर कमेटी नहीं बनने की वजह से पार्टी ने रामगढ़ सहित तीन जिलों को 15 अक्टूबर तक इसे पूरा करने को कहा है.
पंचायत स्तर पर संगठन मजबूत करने का हो रहा प्रयासः पंचायत स्तर पर संगठन मजबूत करने में जुटी प्रदेश कांग्रेस का मानना है कि यदि पंचायत मजबूत होगा तो संगठन अपने आप मजबूत हो जाएगा. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो का मानना है कि मंगलवार को उनके प्रभार क्षेत्र के 6 जिलों की हुई समीक्षा में तीन जिलों में बेहतर कार्य होता दिखा, मगर तीन जिलों का खराब प्रदर्शन रहा. मंगलवार को जिन जिलों की समीक्षा हुई उसमें साहिबगंज, देवघर, गोड्डा, सरायकेला खरसावां, हजारीबाग और रामगढ़ शामिल है. कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में हुई इस समीक्षा बैठक में पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, शहजादा अनवर सहित विभिन्न जिलों के जिलाध्यक्ष मौजूद थे.