रांची: केंद्र सरकार की घोर पूंजीवादी नीति और गौतम अडानी हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जेपीसी जांच की मांग को लेकर कांग्रेस का राजभवन घेराव शुरू हो गया है. मोरहाबादी में बापू वाटिका से आक्रोश मार्च के शक्ल में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता बैनर तख्ती के साथ राजभवन के लिए निकले. हालांकि, पुलिस ने राजभवन घेरने के लिए निकले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को जाकिर हुसैन पार्क के पास रोक दिया.
राजभवन घेराव के इस कार्यक्रम में मंत्री आलमगीर आलम और बन्ना गुप्ता समेत झारखंड कांग्रेस महिला मोर्चा, यूथ संगठन और अन्य संबंधित विभागों के नेता कार्यकर्ता शामिल हैं. कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और पूर्व मंत्री ददई दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ कांग्रेस चुप नहीं रह सकती. उन्होंने कहा जो साथी या सहयोगी आज भी चुप हैं. वह आज नहीं तो कल मोदी सरकार के खिलाफ मुखर जरूर होंगे.
अडानी हिंडनबर्ग प्रकरण पर लगातार आंदोलन कर रही है कांग्रेस: हिंडनबर्ग रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से झारखंड में कांग्रेस लगातार आंदोलनरत है. सबसे पहले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एसबीआई और एलआईसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. उसके बाद प्रखंड मुख्यालयों में भी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. इसी प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने 13 मार्च को राजभवन का घेराव करने का कार्यक्रम तय किया और इसी कार्यक्रम के तहत उन्होंने आक्रोश मार्च निकाला.