रांचीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के देवघर में दिए एक बयान से झारखंड की राजनीति गर्म हो गई है. शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विजय संकल्प रैली के दौरान देवघर में कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन की सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान पर कांग्रेस और झामुमो के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
केंद्रीय गृह मंत्री जनता का ध्यान भटकाने की कर रहे कोशिशः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की देवघर में विजय संकल्प रैली के दौरान दिए वक्तव्य को कांग्रेस ने अडाणी प्रकरण से जनता का ध्यान भटकाने वाला करार दिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अगर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और अडाणी समूह में एलआईसी और एसबीआई के निवेश को लेकर राज्य और देश की जनता को कुछ बताते तो भला होता. राजेश ठाकुर ने कहा कि सरकारी खर्च पर देवघर आए गृहमंत्री ने देवघर में जो मीटिंग की है उसपर कुछ कहना चाहिए था.
वो दो सीट पर फोकस करें, हम 12 सीटों पर फोकस करेंगेः राजेश ठाकुर ने कहा कि एक रामगढ़ चुनाव जीतने के लिए अमित शाह को बार-बार झारखंड आना पड़ रहा है. अगर इतना ही है तो सीधे रामगढ़ आकर चुनाव प्रचार करें और नतीजा देख लें. राज्य की दो हारी हुई लोकसभा सीट जीतने की भाजपा की कोशिश पर राजेश ठाकुर ने कहा कि अच्छा है वह उन दो सीटों पर कोशिश करें, जहां उनकी हार हुई है. हम उन 12 लोकसभा सीट पर फोकस किये हुए हैं जहां 2019 में हमारी हार हुई थी.
अडाणी प्रकरण पर जनता चाहती है जवाबः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार को भ्रष्ट सरकार बताने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने भी फोन पर प्रतिक्रिया दी है. धनबाद में पार्टी की स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने गए सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा कि वह इस पर विस्तार से रविवार को प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन आज इतना जरूर कहेंगे कि अडाणी प्रकरण पर अमित शाह कुछ बोलते तो देश की जनता ज्यादा सजगता से उनकी बात सुनती. राज्य में जनभावनाओं के अनुरूप काम करनेवाली सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन हैं. अगर अडाणी की जगह वह हेमंत सोरेन पर निशाना साधेंगे तो उन्हें 2019 विधानसभा चुनाव की तरह आगे भी राजनीतिक नुकसान ही उठाना पड़ेगा. कोई फायदा नहीं होगा.
सात जनवरी 2023 को चाईबासा दौरे पर आए थे अमित शाह: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इसी वर्ष सात जनवरी को पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा आए थे. ऐसा कहा जा रहा है कि अमित शाह उन लोकसभा सीटों पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर रखा है, जहां 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार हुई थी. झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों में से पश्चिमी सिंहभूम और राजमहल सीट पर भाजपा की हार हुई थी. यही वजह है कि इस बार राज्य में भाजपा लोकसभा में परफेक्ट 14 के लिए रणनीति बनाई है. जिसके तहत केंद्रीय गृह मंत्री बार-बार झारखंड आ रहे हैं.