ETV Bharat / state

RIIMS प्रबंधन कटघरे में, निदेशक ने ओर्थो विभागाध्यक्ष पर वित्तीय अनियमितता का लगाया आरोप

author img

By

Published : Jul 19, 2019, 2:17 AM IST

रिम्स के निदेशक और ऑर्थोपेडिक्स के विभागाध्यक्ष आमने-सामने हो गए हैं. डॉ डीके सिंह ने विभागाध्यक्ष पर 2016 में 35 सिरिंज पंप मशीन खरीदने को लेकर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है

एलबी मांझी

रांची: रिम्स में निदेशक डॉ डीके सिंह और ऑर्थोपेडिक्स के विभागाध्यक्ष एलबी मांझी आमने-सामने आ गए हैं. डॉ डीके सिंह ने विभागाध्यक्ष पर 2016 में 35 सिरिंज पंप मशीन खरीदने को लेकर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है.

वीडियो देखें

19 लाख रुपैये की अनियमितता बरतने का आरोप

निदेशक डीके सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में एलबी मांझी के आदेश पर 35 सिरिंज पंप खरीदी गई थी जो उस वक्त के तत्कालीन निदेशक ने आवंटित कर दिया था, लेकिन बाद में ऑर्थो विभाग में मात्र 9 सिरिंज पंप ही उपयोग में लाए गए और 26 सिरिंज पंप को सप्लायर के पास वापस लौटा दिया गया. इसकी इंट्री रिम्स के रजिस्टर्ड में भी नहीं की गई. निदेशक ने एलबी मांझी पर लगभग 19 लाख रुपैये की अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है और कहा कि रिम्स को जो नुकसान हुआ है वह ऑर्थो विभागाध्यक्ष के पेमेंट से वसूला जाएगा.

शुक्रवार को अपनी बात रखेंगे ऑर्थो विभागाध्यक्ष


मामले पर एलबी मांझी ने निदेशक की बातों को खारिज करते हुए कहा कि जितनी भी सिरिंज पंप खरीदी गई है, उसकी एंट्री रिम्स के बही खाता में मौजूद है. उन्होंने कहा 35 सिरिंज पंप रिम्स के अन्य विभागों में मौजूद हैं. मांझी ने कहा कि निदेशक का इस तरह से आरोप लगाना निश्चित ही उनके प्रति अलग भाव को दर्शाता है. उन्होंने आरोपों की घोर निंदा करते हुए कहा कि वे शुक्रवार को अपनी बातों को रखेंगे, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि निदेशक के द्वारा लगाए गए आरोपों में कितनी सत्यता है.

रांची: रिम्स में निदेशक डॉ डीके सिंह और ऑर्थोपेडिक्स के विभागाध्यक्ष एलबी मांझी आमने-सामने आ गए हैं. डॉ डीके सिंह ने विभागाध्यक्ष पर 2016 में 35 सिरिंज पंप मशीन खरीदने को लेकर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है.

वीडियो देखें

19 लाख रुपैये की अनियमितता बरतने का आरोप

निदेशक डीके सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में एलबी मांझी के आदेश पर 35 सिरिंज पंप खरीदी गई थी जो उस वक्त के तत्कालीन निदेशक ने आवंटित कर दिया था, लेकिन बाद में ऑर्थो विभाग में मात्र 9 सिरिंज पंप ही उपयोग में लाए गए और 26 सिरिंज पंप को सप्लायर के पास वापस लौटा दिया गया. इसकी इंट्री रिम्स के रजिस्टर्ड में भी नहीं की गई. निदेशक ने एलबी मांझी पर लगभग 19 लाख रुपैये की अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है और कहा कि रिम्स को जो नुकसान हुआ है वह ऑर्थो विभागाध्यक्ष के पेमेंट से वसूला जाएगा.

शुक्रवार को अपनी बात रखेंगे ऑर्थो विभागाध्यक्ष


मामले पर एलबी मांझी ने निदेशक की बातों को खारिज करते हुए कहा कि जितनी भी सिरिंज पंप खरीदी गई है, उसकी एंट्री रिम्स के बही खाता में मौजूद है. उन्होंने कहा 35 सिरिंज पंप रिम्स के अन्य विभागों में मौजूद हैं. मांझी ने कहा कि निदेशक का इस तरह से आरोप लगाना निश्चित ही उनके प्रति अलग भाव को दर्शाता है. उन्होंने आरोपों की घोर निंदा करते हुए कहा कि वे शुक्रवार को अपनी बातों को रखेंगे, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि निदेशक के द्वारा लगाए गए आरोपों में कितनी सत्यता है.

Intro:रिम्स में निदेशक डॉ डीके सिंह और ऑर्थोपेडिक्स के विभागाध्यक्ष अब आमने-सामने आ गए हैं।

मामले के बारे में डॉ डीके सिंह बताते हैं कि ऑर्थो विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉक्टर एल बी मांझी पर 2016 में 35 सिरिंज पंप मशीन खरीदने को लेकर वित्तीय अनियमितता बरती गई है।
निदेशक डीके सिंह ने बताया कि वर्ष 2016 में ऑर्थो विभाग की हेड डॉक्टर एलबी मांझी के आदेश पर 35 सिरिंज पंप खरीदी गई थी जो उस वक्त के तत्कालीन निदेशक ने तुरंत आवंटित भी कर दिया था लेकिन बाद में ऑर्थो में मात्र 9 सिरिंज पंप ही उपयोग में लाये गये और 26 सिरिंज पंप को सप्लायर के पास वापस लौटा दिया गया और इसकी इंट्री रिम्स के रजिस्टर्ड में भी नहीं की गई।

निदेशक डीके सिंह ने बताया कि रजिस्टर्ड में एंट्री नहीं होने की वजह से यह स्पष्ट होता है कि डॉक्टर एलबी मांझी के द्वारा अनियमितता बरती गई है अब ऐसे में रिम्स को जो भी नुकसान हुआ है वह ऑर्थो विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर एलबी मांझी और सिस्टर इंचार्ज के पेमेंट से वसूला जाएगा।

निदेशक डीके सिंह ने एलबी मांझी पर लगभग 19 लाख रुपैये की अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है।

Body:यह बातें तब सामने आई जब नवनिर्मित ट्रामा सेंटर में सिरिंज पंप मशीन लगाने के लिए रिम्स में खोजबीन की जा रही थी।

वहीं पूरे मामले पर एलबी मांझी ने निदेशक के बातों को खारिज करते हुए कहा कि जितनी भी सिरिंज पंप खरीदी गई है उसकी एंट्री रिम्स के बही खाता में मौजूद है और 35 सिरिंज पंप रिम्स के अन्य विभागों में मौजूद हैं, लेकिन उसके बावजूद भी अगर निदेशक इस तरह का आरोप लगा रहे हैं तो यह निश्चित ही मेरे प्रति निदेशक के दूसरे भाव को दर्शाता है।

डॉक्टर एलबी मांझी ने पूरे मामले पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि जिस प्रकार के झूठे आरोप रिम्स के निदेशक के द्वारा मेरे ऊपर लगाए गए हैं उसकी मैं घोर निंदा करता हूं और पूरे मामले का पटापेक्ष करते हुए शुक्रवार को मैं अपनी बातों को रखूंगा, जिससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि निदेशक डीके सिंह द्वारा मेरे ऊपर लगाए गए आरोपो में कितनी सत्यता है।

Conclusion:गौरतलब है कि एक तरफ रिम्स के निदेशक और दूसरी तरफ ऑर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष के आमने सामने होने से रिम्स प्रबंधन खुद ही कटघरे में खड़ा हो चुका है।

बाइट:- डॉ डीके सिंह,निदेशक,रिम्स
बाइट:-डॉ एल बी मांझी, ऑर्थो के विभागाध्यक्ष,रिम्स
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.