रांचीः सरकारी विभागों के साथ 9 घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट भवन से बाहर निकले. इस दौरान उन्होंने कहा कि बैठकों से सरकारी योजनाओं की हकीकत पता चलता है. उन्होंने कहा कि इसी मकसद से बैठकें आयोजित की जाती हैं.
बजट के बाद कई बातों का खुलासा
सोमवार की दोपहर 12:00 बजे से लेकर रात के 9:30 बजे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सोरेन ने कहा कि इससे जनप्रतिनिधियों के सरोकार का भी पता चलता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों को साफ तौर पर कहा गया है कि वह फीस नहीं जमा होने की स्थिति में किसी भी परीक्षार्थी को वार्षिक परीक्षा से वंचित न करें. उन्होंने कहा कि कोल कंपनियों के क्षेत्र से ऐसी शिकायतें उन तक आईं थी, इसी वजह से उन्हें निर्देश देना पड़ा. उन्होंने कहा कि सुबह की बैठक में इस बाबत निर्देश दिया गया है. वहीं सरकारी योजनाओं के बंद करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बजट में इन सब बातों का खुलासा होगा. उन्होंने कहा कि कौन सी योजनाएं चलेंगी और कौन सी बंद होगी इसके बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा.
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पानी की नहीं हो दिक्कत
वहीं पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि आने वाली गर्मी में लोगों को पीने के पानी की दिक्कत नहीं हो, इसका ध्यान रखना होगा. उन्होंने कहा कि बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जलाशय और डैम से पानी की सुचारू रूप से सप्लाई बनी रहे.
खुद गाड़ी ड्राइव कर आए और खुद ड्राइव कर गए
सोमवार की दोपहर स्टेट सेक्रेटेरिएट प्रोजेक्ट बिल्डिंग सोरेन खुद गाड़ी चला कर आए थे और रात को 9:45 पर खुद अपनी गाड़ी चलाकर कांके रोड स्थित आवास की ओर गए. गाड़ी में उनके साथ उनके प्रेस एडवाइजर अभिषेक प्रसाद भी बैठे थे. ट्रैफिक नियमों का बकायदा पालन करते हुए सीएम ने खुद सीट बेल्ट लगाई और अपने बगल में बैठे प्रसाद को भी इस बात की हिदायत दी.