रांचीः झारखंड में सियासी तूफान चरम पर है. सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल है. आज भी दिनभर उथल-पुथल का दौर चलता रहेगा. रांची में सत्ताधारी दलों की बैठक होगी. जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी. वहीं जेएमएम कार्यकर्ता अभी भी रांची में ही डटे हैं. आज भी कार्यकर्ता मोरहाबादी से सीएम आवास तक मार्च निकालेंगे. वहीं आज सीएम हेमंत सोरेन कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे (CM Hemant Soren will address the workers).
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सीएम से लंबी पूछताछः बता दें कि गुरुवार को दिन भर जेएमएम कार्यकर्ता सीएम हेमंत सोरेन के समर्थन में रांची में ही डटे रहे. कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार विरोधी नारे भी लगाए. गौरतलब है कि गुरुवार को ईडी के सामने सीएम पेश हुए. जहां उनसे करीब 9 घंटे से ज्यादा देर तक पूछताछ हुई. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 1000 करोड़ के अवैध खनन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को लंबी पूछताछ की. दिन के 12 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ शुरू हुई (ED questioning CM Hemant Soren), जो रात के 9.40 बजे तक चली. वहीं रात के करीब 8.48 मिनट पर सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन (CM wife Kalpana Soren) भी ईडी दफ्तर पहुंची. लगभग एक घंटा ईडी दफ्तर में रहने के बाद पत्नी कल्पना सोरेन के साथ ही सीएम ईडी दफ्तर से बाहर निकले.
पूछे गए 35 सवालः ईटीवी भारत के संवाददाता को सूत्रों ने बताया कि ईडी ऑफिस से लौटने पर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और विधायकों को बताया कि ईडी ने उनसे 35 सवाल पूछे हैं. सीएम ने विधायकों को यह भी बताया कि उन्होंने ईडी के अधिकारियों से कहा कि आपके तरफ से भी पारदर्शिता दिखनी चाहिए. मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने के बाद यूपीए के सभी मंत्री-विधायकों से सीएम ने मुलाकात की.
सीएम के पत्र को ईडी ने किया खारिज: जानकारी के मुताबिक, ईडी ऑफिस पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पक्ष के तौर पर तीन पन्नों का एक पत्र सहायक निदेशक देवव्रत झा के नाम सौंपा था. हालांकि पत्र में मुख्यमंत्री के द्वारा 1000 करोड़ के अवैध खनन को लेकर जो दलील दी गई थी, उसे ईडी ने खारिज कर दिया है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में अवैध खनन के जरिए एक हजार करोड़ के रॉयल्टी की चोरी की बात लिखी है, जबकि यह एक हजार करोड़ के रॉयल्टी की चोरी की नहीं, बल्कि एक हजार करोड़ के अवैध खनन का मामला है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, साहिबगंज में ईडी की टीम ने मई महीने से लेकर अबतक लगातार जांच की है. जांच में आए तथ्यों के आधार पर ईडी ने यह पाया है कि एक हजार करोड़ का अवैध खनन साहिबगंज जिले में हुआ है.