रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अचानक दिल्ली जाना कई मायनों में अहम है. दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं. इस दौरान राज्य सरकार के कामकाज की चर्चा होगी. संभावना यह भी जताई जा रही है कि बोर्ड निगम के खाली पड़े पदों पर मनोनयन के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा. मंत्रिमंडल में फेरबदल की भी चर्चा की जा रही है.
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मनोनयन की फाइल लंबित
इसके अलावा मुख्यमंत्री के पास राज्य में बोर्ड, निगम और आयोग के खाली पड़े पदों पर मनोनयन को लेकर संचिका कई महीनों से पड़ी है. मगर सरकार के सहयोगी दलों में अब तक सहमति नहीं बन पाने के कारण अंतिम मुहर नहीं लगी है. इधर यह भी कहा जा रहा है कि दिल्ली में होनेवाली बैठक में मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों के कामकाज का फीडबैक कांग्रेस के बड़े नेताओं को देने वाले हैं, जिसके बाद मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे. इसके अलावा एक नये मंत्री को भी बनाए जाने की भी संभावना है.
डॉ. रामेश्वर उरांव भी दिल्ली दौरे पर
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह राज्य सरकार के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव भी इस वक्त दिल्ली में हैं. मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचे डॉ. रामेश्वर उरांव ने कांग्रेस के बड़े नेता केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं. प्रदेश कांग्रेस में भी फेरबदल होने की संभावना को देखते हुए डॉ. रामेश्वर उरांव का दिल्ली दौरा भी अहम माना जा रहा है.
झारखंड में नये चेहरे की तलाश में कांग्रेस
संगठन के अंदर एक व्यक्ति एक पद की मांग लगातार उठ रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव सहित कई नेता दो से तीन पदों पर काबिज हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के अलावा प्रदेश कांग्रेस में कई कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष हैं. डॉ. रामेश्वर उरांव के विरोधियों का मानना है कि अध्यक्ष बनने के बाद अब तक प्रदेश कांग्रेस की कमिटी गठित नहीं हो पाई है. ऐसे में पार्टी के अंदर चल रही खटपट को शांत करने के लिए कांग्रेस आलाकमान प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी देने के लिए नये चेहरे की तलाश में जुटी है.