रांची: झारखंड में स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स में अत्याधुनिक बी 1 कैथ लैब, सिंगल प्लेन कैथ लैब, दो 4D इकोकार्डियोग्राफी मशीन, 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण किया. रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के लगे अत्याधुनिक 4D से रियल टाइम 3D और 4D रंगीन इमेज प्राप्त हो सकेगा. इसके अलावा 42.09 करोड़ की राशि से बने एकेडमिक भवन का भी मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया. इसी भवन में रिम्स का अत्याधुनिक पुस्तकालय भी बनाया गया है. इस एकेडमिक भवन में 250 एमबीबीएस छात्र-छात्राओं को एक साथ बैठकर पढ़ने की लाइब्रेरी है. इसके अलावा 300 छात्रों की क्षमता वाला 04 लेक्चर हॉल हैं, इसी एकेडमिक भवन में 250 छात्र छात्राओं के एक साथ परीक्षा संचालन के लिए 03 परीक्षा कक्ष भी है.
सीएम हेमंत सोरेन ने वैसे मरीजों से भी मुलाकात की जिनका एंजियोप्लास्टी हुआ था, इस दौरान उन्होंने रिम्स में मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की. सीएम ने रिम्स में नियुक्ति पत्र भी बांटे. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि 'झारखंड में स्वास्थ्य सेवा की स्थिति को लेकर ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है. ऐसे में जो लोग नवनियुक्त हुए हैं उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन कैसे करना है यह आप बखूबी जानते हैं. हर पल आपके सामने चुनौतियां आएंगी, उसका सामना कैसे करना है, यह नवनियुक्त चिकित्सकों पर निर्भर करता है. सरकार ने आप पर भरोसा किया है. ऐसे में राज्य के गरीब गुरबों की स्वास्थ्य की रक्षा करने की जवाबदेही भी आप पर है. रिम्स जो झारखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ है, वहां दुनिया के सर्वोत्तम मशीनों का भी उद्घाटन किया गया ताकि हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकें.'
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 'स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में कई बड़े-बड़े समूह आज काम कर रहे हैं, लेकिन आज भी राज्य के 70-80% आबादी का विश्वास सरकारी अस्पताल पर है.
सरकार सिर्फ बाजार नहीं है, उसे संवेदनशील, मानवीय और कल्याणकारी सोच के साथ सभी को समान नजरों से देखने का संकल्प भी लेना होता है. यही वजह है कि आज हमने रिम्स परिसर में भी अलग आयोग विभागों में अत्याधुनिक मशीनें लगाई हैं. अभी स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमें बहुत आगे जाना है. इससे पहले भी आयुष चिकित्सक की नियुक्ति की गई है. आने वाले दिनों में नर्सों, मेडिकल स्टाफ की भी बड़े पैमाने पर नियुक्ति की जाएगी.'
अपर मुख्य सचिव (हेल्थ)अरुण कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में डॉक्टरों की घोर कमी है. उम्मीद है कि जल्द JPSC से नियुक्ति निकालकर इस कमी को दूर किया जाएगा. 173 नवनियुक्त डॉक्टर्स उन PHC में सेवा देंगे जो बंद पड़े हुए थे, इससे हेल्थ सेवा को और बेहतर बनाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि आयुष में 745 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले गए हैं. रांची और जमशेदपुर में 50 बेडेड आयुष हॉस्पिटल खोला जाएगा. वहीं, पंचकर्म केंद्र भी खोला जाएगा. 42 हजार सहियाओं की कार्यक्षमता बढ़ायी जा रही है. 104 और 108 को और बेहतर किया जा रहा है, मेडिको सिटी का कांसेप्ट जल्द धरातल पर उतरेगा और बेहतरीन हॉस्पिटल के ब्रांच रांची में होगा.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थिति में मुख्यमंत्री ने कुशल कप्तान की भूमिका निभाई. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में जल्द ही मोटरसाइकिल एम्बुलेंस की सुविधा धरातल पर उतरेगी. नवनियुक्त मेडिकल अफसरों ने कहा कि आज उन्हें सरकारी डॉक्टर होने का सम्मान मिला है तो यह दायित्व भी कि हमें उन लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं लेकर पहुंचना है जहां तक अभी तक हेल्थ सिस्टम नहीं पहुंचा है.