रांचीः अप्रत्याशित गर्मी के बीच झारखंड में बिजली संकट ने सरकार की परेशानी बढ़ा दी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस पर चिंता जताया है. उन्होंने कहा कि वैसे तो देशभर में बिजली की किल्लत है. इसके बावजूद राज्य की जनता को बिजली उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. सीएम ने कहा कि सरकार ऊंचे दाम पर बिजली खरीद रही है. इसके बावजूद पर्याप्त मात्रा में देश में बिजली उत्पादन नहीं होने के वजह से बिजली की समस्या बनी हुई है. उम्मीद है कि जल्द ही यह परेशानी खत्म हो जाएगी.
इसे भी पढ़ें- पावर कट से परेशान धोनी की पत्नी साक्षी ने सरकार से पूछा, झारखंड में इतने सालों से बिजली की समस्या क्यों?
झारखंड मंत्रालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार ने बिजली खरीद के लिए विभाग को अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराई गयी है. जिससे संभावना है कि जल्द ही बिजली की समस्या समाप्त हो जाएगी. उन्होंने राज्य में पड़ रही अप्रत्याशित गर्मी और इस समय में बिजली की मांगों में हुई वृद्धि के अनुरूप पूर्ति नहीं होने के पीछे देशभर में उत्पादन में आई कमी को बताया है. उन्होंने कहा कि मजबूरी में जेबीवीएनएल को लोड शेडिंग करना पड़ता है नहीं तो ग्रिड में बड़ा तकनीकी खामी हो जाएगी.
जेबीवीएनएल की लोगों से अपीलः राज्य में जारी बिजली संकट मंगलवार को भी जारी रहा. राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में घंटों बिजली कटी रही. मांग के अनुरूप बिजली देने में विभाग असफल रहा. भीषण गर्मी के कारण तकनीकी खराबी ना आ जाए इस वजह से लोड शेडिंग जारी रहा. इधर जेबीवीएनएल के प्रबंध निदेशक केके वर्मा ने लोगों से शाम 06 से रात 11 बजे तक घर के पंखे, एसी, कूलर, दुकानों के वेल्डिंग मशीन, बड़े मोटर बंद रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि दिन की अपेक्षा रात में बिजली की खपत काफी बढ़ जाती है जिस वजह से लोड शेडिंग होती है. वर्तमान समय में दिन में करीब 2300 मेगावाट और रात के वक्त यह बढ़कर 2800 मेगावाट तक बिजली की खपत बढ़ जाती है.