रांचीः देश में अर्थव्यवस्था के आंकड़ों के लेकर छिड़ी बहस के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को दावा किया कि मौजूदा दौर में लोगों को दिग्भ्रमित करना महंगा पड़ सकता है. केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए सोरेन ने कहा कि प्रदेश में विपक्षी दल को यह बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था को लेकर वह आखिर कब तक असलियत नहीं मानेंगे.
सीएम सोरेन ने कहा कि जब तक बीजेपी सत्ता में है तभी तक ऐसा संभव हो पाएगा. उन्होंने कहा कि इस भौतिकवादी युग में सूचना तंत्र इतने बड़े पैमाने पर फैला हुआ है कि लोगों को दिग्भ्रमित करना महंगा पड़ सकता है.
विपक्ष कर रहा है अपना काम
उन्होंने प्रदेश में विपक्षी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष का काम कैसा होना चाहिए यह सब देख रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष को यह भी समझना चाहिए कि केंद्र और राज्य सरकार में समन्वय से ही सर्वांगीण विकास होता है.
दोनों को कदम ताल मिलाकर चलना पड़ता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यहां के उद्योगों से यहां के लोगों को लाभ मिले. इसके लिए राज्य सरकार हरसंभव कदम उठा रही है.
कोषागार से निकासी को लेकर जारी हुआ आदेश
इसके अलावा राज्य सरकार ने कोषागार से पैसे निकासी से संबंधित आदेश भी बुधवार को जारी किया है. इसके तहत राज्य योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2020-21 में किए गए बजट उपबंध का मैक्सिमम 25% पैसा दिसंबर, 2020 तक निकाला जा सकता है. साथ ही इससे जुड़ा 20 जून को जारी किया गया आदेश निरस्त कर दिया गया है.
सीएम के निर्देश के बाद हुआ अंतिम संस्कार
वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद डकरा निवासी और सीसीएल कर्मी जय गोविंद का अंतिम संस्कार राजधानी के हरमू मुक्तिधाम में किया गया.
दरअसल जय गोविंद का पार्थिव शरीर 29 अगस्त से रिम्स में रखा हुआ था. वह कोरोना वायरस से ग्रसित थे. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस मामले में संज्ञान लेते हुए रांची के एसडीओ को निर्देश दिया गया था कि पार्थिव शरीर का रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया जाए. इसके बाद पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में प्रशासनिक सहयोग से किया गया.