रांची: सोमवार को सीएम हेमंत सोरेन बायोडायवर्सिटी पार्क पहुंचे. जहां उन्होंने इस इस उद्यान में लगे औषधीय पौधों के बारे में जानकारी ली, और अधिकारियों को पार्क को और बेहतर बनाने का निर्देश दिया.
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पार्क को पर्यटक स्थल बनाने के निर्देश
सोमवार दोपहर बायोडायवर्सिटी पार्क का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को इसके बार में व्यापक प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिससे यहां अधिक से अधिक पर्यटक पहुंचे और इस पार्क के बारें में जानें. सीएम ने कहा वर्तमान समय में प्राकृतिक औषधि के महत्व को लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं. इसलिए इसके प्रति लोगों में आकर्षण बढ़ा है. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री को वन विभाग के अधिकारियों ने मैप दिखाकर पूरे पार्क के बारे में जानकारी दी. निरीक्षण के समय सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे और रांची के डीसी छवि रंजन मौजूद थे.
पार्क में क्या है खास?
राजधानी रांची से 20 किलोमीटर दूर तुपुदाना के लालखटंगा की पठारी भूमि पर जंगलों के बीच बना ये पार्क 542 हेक्टेयर में फैला है. जिसमें झारखंड की जैव विविधता को दर्शाने की कोशिश की गई है. इस पार्क में 105 प्रजातियों और 38 परिवारों के वनस्पति मौजूद हैं. यहां संरक्षित वनस्पतियों को एथनोबॉटनी से भी जोड़ा गया है, ताकि जंगलों में वनस्पति आधारित चिकित्सा करने वाले होड़ोपैथ विशेषज्ञों को भी लाभ मिल सके. यहां वनस्पतियों के स्थानीय नाम, वैज्ञानिक नाम, उनके परिवार का परिचय, पाए जानेवाले स्थान का नाम आदि भी दिया गया है.पार्क में देसी-विदेशी घास, बांस, औषधीय पौधे, पुष्प, दुर्लभ वनस्पतियों की अलग-अलग नर्सरी हैं. यहां सामान्य दिनों में 200-300 लोग आते हैं जिसमें कई ऐसे भी लोग आते हैं जो शोधार्थी होते हैं.इसके अलावे पिकनिक स्पॉट के रुप में भी यह पार्क लोगों के लिए खास है.