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अनिल शर्मा को बचाने के चक्कर में नप सकते हैं जेलर, भ्रामक रिपोर्ट बनाने का आरोप - झारखंड के कुख्यात गैंगेस्टर

रांची के रहने वाले गैंगेस्टर अनिल शर्मा को सुरक्षा करणों से हजारीबाग से दुमका केंद्रीय कारा भेजा गया था. जहां उसे जेल के स्पेशल सेल में रखा गया है, लेकिन सीआईडी के जेलर की सौंपी रिपोर्ट में गड़बड़ी मिली, जिसके बाद सीआईडी ने कार्रवाई के लिए गृह सचिव और डीजीपी को पत्र लिखा है.

CID wrote letter to Home Secretary and DGP for action against jailor
झारखंड के कुख्यात गैंगेस्टर अनिल शर्मा
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Published : Dec 4, 2019, 8:55 AM IST

रांचीः झारखंड के कुख्यात गैंगेस्टर अनिल शर्मा को बचाने में दुमका के जेलर नप सकते हैं. दुमका के जेलर ने अनिल शर्मा के बचाव में एक रिपोर्ट दुमका एसपी को सौंपी था. इस रिपोर्ट में अनिल शर्मा का बचाव किया गया था. अब इस मामले में जेलर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए सीआईडी मुख्यालय ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा है.


सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दुमका जेल के जेलर ने दुमका एसपी को जो रिपोर्ट भेजी थी, वह जांच रिपोर्ट पूरी तरह दिग्भ्रमित करने और कारा में बंद सजायाफ्ता अनिल शर्मा को बचाव करने के उदेश्य से तैयार कराई गई थी.


सीआईडी ने क्या पाया
रांची के रहने वाले गैंगेस्टर अनिल शर्मा को सुरक्षा करणों से हजारीबाग से दुमका केंद्रीय कारा भेजा गया था. दुमका जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद अनिल शर्मा ने मोबाइल नंबर 7492020940 से लगातार अपने सहयोगियों से फोन पर बात की. इस दौरान रेलवे ठेकेदारों की हत्या की साजिश और रंगदारी की मांग भी अनिल शर्मा के सहयोगी डब्लू शर्मा ने की थी. डब्लू को इस मामले में चुटिया पुलिस ने जेल भेजा था. वहीं, इस मोबाइल नंबर का सीडीआर और कॉल लोकेशन भी सीआईडी ने निकलवाया. तब जेल की लोकेशन से फोन के इस्तमाल की पुष्टि हुई. इस नंबर के सीडीआर से भी कई सहयोगियों और परिजनों से बातचीत की पुष्टि हुई. ऐेसे में अनिल शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

ये भी पढ़ें-हजारीबाग में बनाया जाएगा मॉडल दिव्यांग बूथ, दिव्यांग कर्मी ही रहेंगे मतदान कर्मी


क्या थी जेलर की रिपोर्ट
अनिल शर्मा के मोबाइल फोन इस्तमाल किए जाने के मामले में जेलर ने अपनी रिपोर्ट एसपी को दी थी. जेलर ने अपने रिपेार्ट में लिखा था कि अनिल शर्मा को जेल के स्पेशल सेल में रखा गया है, जहां उसकी विशेष मॉनिटरिंग होती है. अनिल शर्मा के जेल में लगाए गए बूथ से ही बातचीत किए जाने की बात जेलर ने लिखी थी. जेलर ने लिखा था कि जेल की बूथ से अनिल शर्मा ने जिस किसी से भी बात की उसकी रिकॉर्डिंग सुनी जा सकती है. जेलर ने इंकार किया कि फोन से किसी से रंगदारी मांगी गई है. जेलर के रिपोर्ट के आधार पर सीआईडी ने उस मोबाइल को की सीडीआर और लोकेशन निकलवाई, जिसके बाद जेलर की रिपोर्ट की गड़बड़ी सामने आ गई थी.

रांचीः झारखंड के कुख्यात गैंगेस्टर अनिल शर्मा को बचाने में दुमका के जेलर नप सकते हैं. दुमका के जेलर ने अनिल शर्मा के बचाव में एक रिपोर्ट दुमका एसपी को सौंपी था. इस रिपोर्ट में अनिल शर्मा का बचाव किया गया था. अब इस मामले में जेलर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए सीआईडी मुख्यालय ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा है.


सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दुमका जेल के जेलर ने दुमका एसपी को जो रिपोर्ट भेजी थी, वह जांच रिपोर्ट पूरी तरह दिग्भ्रमित करने और कारा में बंद सजायाफ्ता अनिल शर्मा को बचाव करने के उदेश्य से तैयार कराई गई थी.


सीआईडी ने क्या पाया
रांची के रहने वाले गैंगेस्टर अनिल शर्मा को सुरक्षा करणों से हजारीबाग से दुमका केंद्रीय कारा भेजा गया था. दुमका जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद अनिल शर्मा ने मोबाइल नंबर 7492020940 से लगातार अपने सहयोगियों से फोन पर बात की. इस दौरान रेलवे ठेकेदारों की हत्या की साजिश और रंगदारी की मांग भी अनिल शर्मा के सहयोगी डब्लू शर्मा ने की थी. डब्लू को इस मामले में चुटिया पुलिस ने जेल भेजा था. वहीं, इस मोबाइल नंबर का सीडीआर और कॉल लोकेशन भी सीआईडी ने निकलवाया. तब जेल की लोकेशन से फोन के इस्तमाल की पुष्टि हुई. इस नंबर के सीडीआर से भी कई सहयोगियों और परिजनों से बातचीत की पुष्टि हुई. ऐेसे में अनिल शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

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क्या थी जेलर की रिपोर्ट
अनिल शर्मा के मोबाइल फोन इस्तमाल किए जाने के मामले में जेलर ने अपनी रिपोर्ट एसपी को दी थी. जेलर ने अपने रिपेार्ट में लिखा था कि अनिल शर्मा को जेल के स्पेशल सेल में रखा गया है, जहां उसकी विशेष मॉनिटरिंग होती है. अनिल शर्मा के जेल में लगाए गए बूथ से ही बातचीत किए जाने की बात जेलर ने लिखी थी. जेलर ने लिखा था कि जेल की बूथ से अनिल शर्मा ने जिस किसी से भी बात की उसकी रिकॉर्डिंग सुनी जा सकती है. जेलर ने इंकार किया कि फोन से किसी से रंगदारी मांगी गई है. जेलर के रिपोर्ट के आधार पर सीआईडी ने उस मोबाइल को की सीडीआर और लोकेशन निकलवाई, जिसके बाद जेलर की रिपोर्ट की गड़बड़ी सामने आ गई थी.

Intro:अनिल शर्मा को बचाने के चक्कर में नप सकते हैं जेलर,CID ने कार्रवाई के लिए गृह सचिव व डीजीपी को लिखा पत्र

रांची।
झारखंड के कुख्यात गैंगेस्टर अनिल शर्मा को बचाने में दुमका के जेलर नप सकते हैं। दुमका के जेलर ने अनिल शर्मा के बचाव में एक रिपोर्ट दुमका एसपी को सौंपा था। इस रिपोर्ट में अनिल शर्मा का बचाव किया गया था। अब इस मामले में जेलर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए सीआईडी मुख्यालय ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी कमलनयन चौबे को पत्र लिखा है। सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि दुमका जेल के जेलर ने दुमका एसपी को जो रिपोर्ट भेजी थी, वह जांच रिपोर्ट पूरी तरह दिग्भ्रमित करने और कारा में बंद सजायाफ्ता अनिल शर्मा को बचाव करने के उदेश्य से तैयार करायी गई थी।

सीआईडी ने क्या पाया

रांची के रहने वाले गैंगेस्टर अनिल शर्मा को सुरक्षा करणों से हजारीबाग से दुमका केंद्रीय कारा भेजा गया था। दुमका जेल में शिफ्ट किए जाने के बाद अनिल शर्मा ने मोबाइल नंबर 7492020940 से लगातार अपने सहयोगियों से फोन पर बात की। इस दौरान रेलवे ठेकेदारों की हत्या की साजिश व रंगदारी की मांग भी अनिल शर्मा के सहयोगी डब्लू शर्मा के द्वारा की गई थी। डब्लू को इस मामले में चुटिया पुलिस ने जेल भेजा था। वहीं अनिल शर्मा के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल नंबर का सीडीआर व कॉल लोकेशन भी सीआईडी ने निकलवाया। तब अनिल शर्मा के द्वारा जेल के लोकेशन से फोन के इस्तेमाल की पुष्टि हुई। इस नंबर के सीडीआर से भी कई सहयोगियों व परिजनों से बातचीत की पुष्टि हुई। ऐेसे में अनिल शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

क्या थी जेलर की रिपोर्ट

अनिल शर्मा के द्वारा मोबाइल फोन की इस्तेमाल के मामले में जेलर ने अपनी रिपोर्ट एसपी को दी थी। जेलर ने अपने रिपेार्ट में लिखा था कि अनिल शर्मा को जेल के स्पेशल सेल में रखा गया है जहां उसकी विशेष मॉनिटरिंग होती है। अनिल शर्मा के द्वारा जेल में लगाए गए बूथ से ही बातचीत किए जाने की बात जेलर ने लिखी थी। जेलर ने लिखा था कि जेल की बूथ से अनिल शर्मा ने जिस किसी से भी बात की उसकी रिकॉर्डिंग सुनी जा सकती है। जेलर ने इंकार किया कि फोन से किसी से रंगदारी मांगी गई है। जेलर के रिपोर्ट के आधार पर सीआईडी ने अनिल शर्मा के द्वारा इस्तेमाल की गई मोबाइल की सीडीआर व लोकेशन निकलवायी। जिसके बाद जेलर की रिपोर्ट की गड़बड़ी सामने आ गई थी।Body:1Conclusion:2
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