रांचीः सिमडेगा मॉब लिंचिंग की जांच हो रही है. संजू प्रधान हत्याकांड की सीआईडी जांच कर रही टीम ने झारखंड पुलिस मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. पुलिस मुख्यालय ने पूर्व में इस मामले में सीआईडी से प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मांगी थी. पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद सीआईडी ने केस टेकओवर किया था. 4 जनवरी को सिमडेगा के कोलेबिरा में पुलिस की मौजूदगी में संजू प्रधान की उन्मादी भीड़ के द्वारा हत्या कर उसे आग के हवाले कर दिया गया था.
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झारखंड के सिमडेगा जिला में संजू प्रधान की भीड़ के द्वारा हत्या के मामले में सीआईडी ने झारखंड पुलिस मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. सीआईडी की जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है कि गांव में खूंटकटी की जमीन से लकड़ी काटने को लेकर संजू प्रधान का विवाद पंचायत के लोगों से हुआ था. पूर्व में संजू प्रधान को पंचायत के लोगों ने खूंटकटी की जमीन से लकड़ी काटने से मना किया था. 4 जनवरी को घटना के दिन भी लकड़ी काटने को लेकर ही विवाद हुआ था. जिसके बाद उग्र भीड़ ने संजू प्रधान को पहले पीट-पीटकर मार डाला, इसके बाद लकड़ी जलाकर आग के हवाले कर दिया. सीआईडी के डीएसपी महेंद्र सिंह मुंडा ने जांच में आए तथ्यों के आधार पर प्रारंभिक रिपोर्ट सीआईडी मुख्यालय को सौंपी थी. शुक्रवार को सीआईडी ने अबतक जांच में आए तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी है. हत्या की कोई दूसरी वजह जांच में सामने नहीं आयी है.
वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की कोशिशः संजू प्रधान हत्याकांड की सीआईडी जांच को लेकर टीम को घटना के संबंध में एक वीडियो मिला है. शुरूआत में सिमडेगा पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. घटना से जुड़े वीडियो के जरिए अन्य आरोपियों की पहचान कर सीआईडी आगे आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी. सीआईडी इस मामले में घटनास्थल पर जाने वाले पुलिसकर्मियों का बयान लेगी, वहीं गिरफ्तार आरोपियों से भी नए सिरे से पूछताछ होगी.