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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का करेंगे उद्घाटन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना उद्देश्य - झारखंड न्यूज

झारखंड आज शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम लिखेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपने ड्रीम प्रोजेक्ट स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन करेंगे. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में छात्रों को वो सारी सुविधाएं मिलेंगी, जो किसी प्राइवेट स्कूल में मिलते हैं.

CM Hemant Soren
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Published : May 2, 2023, 6:57 AM IST

रांचीः झारखंड में आज से स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत होगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हो रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज इसका उद्घाटन करेंगे. आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जगन्नाथपुर स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव हाई स्कूल कैंपस में बने नवनिर्मित भवन का उदघाटन कर करेंगे. पहले चरण में पूरे राज्य में बने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का ऑनलाइन उदघाटन होगा.

इसे भी पढ़ेंः जानिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में क्या है खास, जिसका मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे शुभारंभ

उदघाटन समारोह कार्यक्रम पूरी तैयारी कर ली गई है. शिक्षा विभाग के नवनीत उज्जवल ने बताया कि यह एक बेहतरीन कोशिश है. इसके तहत सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी आधुनिक तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे. उन्हें सारी सुविधाएं दी जाएंगी. स्मार्ट क्लास और डिजिटल मैटेरियल के जरिए भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा.

पहले चरण में किन जिलों में खुलेंगे उत्कृष्ट स्कूलः पहले चरण में बोकारो, चतरा और देवघर को 3-3 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसके अलावा धनबाद को 03, दुमका को 04, गढ़वा को 03, गिरीडीह को 04, गोड्डा को 03, गुमला को 03, हजारीबाग को 04, जामताड़ा को 03, खूंटी को 03, कोडरमा को 03, लातेहार को 04, लोहरदगा को 03, पाकुड़ को 03, पलामू को 03, पश्चिमी सिंहभूम को 04, पूर्वी सिंहभूम को 03 और रामगढ़ को 03 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसी तरह रांची को 05, साहिबगंज को 04, सरायकेला खरसावां को 03 और सिमडेगा को 03 स्कूल मिलने वाले हैं.

सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाईः इस योजना के तहत पूरे राज्य में कुल 4496 स्कूल खोले जाएंगे. पहले चरण में 80 स्कूल का उद्घाटन हो रहा है. सभी स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं. विभाग के द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है.

जिन 80 सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय पहले चरण में बनाया जा रहा है, उस पर काम नवंबर 2021 में शुरू हुआ था. दिल्ली की तर्ज पर राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाने का काम कर रही है. अब तक इस पर 310 करोड़़ रुपए खर्च हो चुके हैं. जिसके तहत पढ़ाई से लेकर खेलकूद की सामग्री और शिक्षकों के लिए रूम बनाए गए हैं.

दिव्यांगों के लिए है विशेष प्रबंधः उत्कृष्ट विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. शौचालय, मेडिकल रूम, एनसीसी और स्काउट गाइड का भी निर्माण हुआ है. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में कक्षा एक से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होगी. प्रत्येक स्कूल में लकभग 1200 विद्यार्थियों के शिक्षण की व्यवस्था की गई है. एडमिशन के लिए टेस्ट लिए जाएंगे. स्कूल में अंग्रेजी बोलने पर विशेष जोर दिया जाएगा. हालांकि पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी और हिंदी दोनों होगा. 80 स्कूलों में रांची के 5 स्कूल हैं, जिसमें जिला स्कूल, बालकृष्ण प्लस टू उच्च विद्यालय, बरियातू स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल शामिल है. बहरहाल सरकार को उम्मीद है कि उत्कृष्ट विद्यालय के जरिए यहां से शिक्षा पाने वाले बच्चे भी उत्कृष्ट होंगे.

रांचीः झारखंड में आज से स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत होगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत हो रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज इसका उद्घाटन करेंगे. आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जगन्नाथपुर स्थित ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव हाई स्कूल कैंपस में बने नवनिर्मित भवन का उदघाटन कर करेंगे. पहले चरण में पूरे राज्य में बने 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का ऑनलाइन उदघाटन होगा.

इसे भी पढ़ेंः जानिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में क्या है खास, जिसका मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे शुभारंभ

उदघाटन समारोह कार्यक्रम पूरी तैयारी कर ली गई है. शिक्षा विभाग के नवनीत उज्जवल ने बताया कि यह एक बेहतरीन कोशिश है. इसके तहत सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी आधुनिक तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे. उन्हें सारी सुविधाएं दी जाएंगी. स्मार्ट क्लास और डिजिटल मैटेरियल के जरिए भी बच्चों को पढ़ाया जाएगा.

पहले चरण में किन जिलों में खुलेंगे उत्कृष्ट स्कूलः पहले चरण में बोकारो, चतरा और देवघर को 3-3 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसके अलावा धनबाद को 03, दुमका को 04, गढ़वा को 03, गिरीडीह को 04, गोड्डा को 03, गुमला को 03, हजारीबाग को 04, जामताड़ा को 03, खूंटी को 03, कोडरमा को 03, लातेहार को 04, लोहरदगा को 03, पाकुड़ को 03, पलामू को 03, पश्चिमी सिंहभूम को 04, पूर्वी सिंहभूम को 03 और रामगढ़ को 03 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसी तरह रांची को 05, साहिबगंज को 04, सरायकेला खरसावां को 03 और सिमडेगा को 03 स्कूल मिलने वाले हैं.

सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाईः इस योजना के तहत पूरे राज्य में कुल 4496 स्कूल खोले जाएंगे. पहले चरण में 80 स्कूल का उद्घाटन हो रहा है. सभी स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं. विभाग के द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है.

जिन 80 सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय पहले चरण में बनाया जा रहा है, उस पर काम नवंबर 2021 में शुरू हुआ था. दिल्ली की तर्ज पर राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाने का काम कर रही है. अब तक इस पर 310 करोड़़ रुपए खर्च हो चुके हैं. जिसके तहत पढ़ाई से लेकर खेलकूद की सामग्री और शिक्षकों के लिए रूम बनाए गए हैं.

दिव्यांगों के लिए है विशेष प्रबंधः उत्कृष्ट विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. शौचालय, मेडिकल रूम, एनसीसी और स्काउट गाइड का भी निर्माण हुआ है. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में कक्षा एक से कक्षा 12 तक की पढ़ाई होगी. प्रत्येक स्कूल में लकभग 1200 विद्यार्थियों के शिक्षण की व्यवस्था की गई है. एडमिशन के लिए टेस्ट लिए जाएंगे. स्कूल में अंग्रेजी बोलने पर विशेष जोर दिया जाएगा. हालांकि पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी और हिंदी दोनों होगा. 80 स्कूलों में रांची के 5 स्कूल हैं, जिसमें जिला स्कूल, बालकृष्ण प्लस टू उच्च विद्यालय, बरियातू स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल शामिल है. बहरहाल सरकार को उम्मीद है कि उत्कृष्ट विद्यालय के जरिए यहां से शिक्षा पाने वाले बच्चे भी उत्कृष्ट होंगे.

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