रांची: झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बैठक की. मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग की टीम के सामने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे.
जेवीएम ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त के सामने आपराधिक मुकदमे को लेकर अखबार और टीवी चैनल में किए जाने वाले विज्ञापनों से निजात दिलाने की मांग रखी. पार्टी की केंद्रीय प्रवक्ता सुनीता सिंह ने बताया कि इसके अलावा दिव्यांगों के लिए मतदान के दौरान विशेष व्यवस्था करने की बात कही गई है.
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बीजेपी ने रखी बांग्लादेशी घुसपैठ की बात
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने बताया कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ एक बड़ी समस्या है. इसे लेकर उन्होंने संथाल परगना के अलग-अलग जिलों के बारे में आयोग की टीम को बताया गया है. दीपक प्रकाश ने विधानसभा चुनाव में घुसपैठियों को रोकने के लिए चुनाव आयोग से अपील की, साथ ही उन्होंने बताया कि संवेदनशील बूथों पर अर्द्धसैनिक बलों की पर्याप्त मात्रा में प्रतिनियुक्ति करने की मांग की. उन्होंने चुनाव आयोग से विदेशी फंडिंग वाले एनजीओ पर भी नजर रखने का सुझाव दिया है. लगभग 10 बिंदुओं पर प्रदेश बीजेपी ने अपने सुझाव मुख्य चुनाव आयोग को दिए हैं.
भाकपा ने भी पारदर्शी चुनाव को लेकर रखी बात
वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी प्रदेश में पारदर्शी चुनाव के मद्देनजर मुख्य चुनाव आयुक्त के सामने अपनी बात रखी. पार्टी नेता अजय कुमार ने बताया कि पैसे और मादक द्रव्यों की आवाजाही और सेवन पर भी नजर रखी जानी चाहिए.
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बैठक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आई टीम में निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा सुशील चंद्र, उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन, चंद्र भूषण कुमार, डीजी आईआईडीएम धर्मेंद्र शर्मा, डीजे इलेक्शन एक्सपेंडिचर दिलीप शर्मा, बिजी कम्यूनिकेशन धीरेंद्र ओझा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.