रांचीः गुरुवार सुबह छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. राजधानी के विभिन्न इलाकों में रहने वाले छठ व्रती और श्रद्धालु विभिन्न तालाबों और नदी घाटों पर पहुंचे और पूरे विधि विधान के साथ पानी में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया.
यह भी पढ़ेंःChhath Puja 2021: चार दिवसीय छठ पर्व का समापन, उगते सूर्य को छठ व्रतियों ने दिया अर्घ्य
राजधानी के बूटी मोर इलाके के पीएचडी तालाब पर पूजा समिति की ओर से मूलभूत व्यवस्था सुनिश्चित की गई, ताकि तालाब में पूजा करने पहुंचे छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो सके. तालाब की अच्छी व्यवस्था देख हजारों की संख्या में छठ व्रती और श्रद्धालु पहुंचे, जहां भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया.
पूजा समिति की ओर से की गई व्यवस्था
पूजा समिति के सदस्य रणधीर रजक ने बताया कि झारखंड और बिहार में छठ का विशेष महत्व है. हजारों की संख्या में लोग छठ पूजा करने घाट पर पहुंचे हैं, जिनकी व्यवस्था पूजा समिति की ओर से सुनिश्चित की गई है. इसके साथ ही छत्रपति शिवाजी सेना की ओर से विशेष व्यवस्था के तहत व्रतियों को मदद पहुंचाकर घाट पर पहुंचाया जा रहा है.
भगवान सूर्य से की कामना
घाट पर पूजा करने आए श्रद्धालुओं ने कहा कि छठ पूजा के मौके पर भगवान सूर्य से यही मांग करते हैं कि जल्द से जल्द देश में कोरोना का कहर समाप्त हो जाए, ताकि समाज में सभी लोग निर्भीक होकर अपना जीवन यापन कर सकें.
सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात
गुरुवार को सूर्योदय का समय 6ः 41 बजे निर्धारित था. इस निर्धारित समय से तीन-चार घंटे पहले ही छठ व्रती और श्रद्धालु घाट पर पहुंचने लगे. सूर्योदय होते ही व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. छठ व्रतियों को घाट पर किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसको लेकर सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किया गया था.