रांचीः जिला सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) को अभी 500 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तब्दील होने में वक्त लगने वाला है. लेकिन अभी से ही सदर अस्पताल में नर्स की बहाली के नाम पर ठगी का खेल शुरू हो गया है. ऑनलाइन नियुक्ति के नाम पर नर्सिंग की छात्राओं से प्रत्येक अभ्यर्थी 11 से 18 हजार रुपये तक की मांग अलग अलग मदों में की गयी. इसके बाद ठगों द्वारा इनको व्हाट्सएप पर ही नियुक्ति पत्र दे दी गयी.
इसे भी पढ़ें- विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का खुलासा, दस गिरफ्तार
रांची सदर अस्पताल में नर्स की बहाली के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. ठगी की शिकार हुई एक नर्स कैमरे पर नहीं आना चाहती पर उसने बताया कि वह एक सर्च इंजन पर नौकरी सर्च कर रही थी. इसके बाद उसके मोबाइल पर एक फोन आया है कि सदर अस्पताल में संविदा के आधार पर नर्सों की बहाली हो रही है. इसके लिए 18 हजार 500 रुपये की सैलरी नियुक्ति के बाद मिलेगी. छात्रा को फोन पर ही बताया गया कि इंटरव्यू से पहले 15 सौ रुपए और नियुक्ति पत्र से पहले 45 सौ रुपए सिक्यूरिटी मनी देना होगा. इसके बाद व्हाट्सएप कॉल से रिज्यूमे (Resume) मंगाया गया और फिर इंटरव्यू के बाद व्हाट्सएप पर ही उसे नियुक्ति पत्र दे दी गयी. पीड़ित छात्रा ने बताया कि जब वह ज्वाइन करने सदर अस्पताल गई तो वहां के हॉस्पिटल मैनेजर ने बताया कि अस्पताल में कोई नियुक्ति प्रक्रिया नहीं चल रही है.
पहले आवेदन के साथ, फिर इंटरव्यू से पहले और फिर नियुक्ति पत्र मिलने से पहले सिक्यूरिटी राशि के रूप में ऑनलाइन पैसे एक खास एकाउंट में ट्रांसफर कराए जाते हैं. हैरत की बात यह है कि ये शातिर ठग झारखंड सरकार का जाली लोगो लगाकर फर्जी नियुक्ति पत्र भी ऑनलाइन जारी कर देते हैं. लेकिन सदर अस्पताल प्रबंधन ठगी के इस गोरखधंधे को रोकने के लिए ज्यादा एक्टिव नहीं दिख रही है. वहीं हॉस्पिटल प्रबंधन ने एक प्राथमिकी दर्ज कर अपने कर्तव्यों का इतिश्री मान लिया है. इस बीच झासा ने जरूर लोगों और खासकर नर्सिंग स्टूडेंट्स से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि सदर अस्पताल में कोई नियुक्ति की प्रक्रिया नहीं चल रही है.
एक ही घंटे में 20 लोगों को ऑनलाइन दे दिया नियुक्ति पत्रः झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (Jharkhand State Health Service Association) के डॉ. बिमलेश सिंह ने अस्पतालों में नियुक्ति के नाम पर चल रहे गोरखधंधे के प्रति लोगों को आगाह किया है. साथ ही इस बात पर भी चिंता जताई है कि भोले-भाले लोगों को ठगा जा रहा है. झासा के प्रदेश महासचिव ने बताया कि हद तो तब हो गई जब पिछले दिन ही एक ही घंटे में ही ठगों ने ऑनलाइन आवेदन से लेकर इंटरव्यू तक की प्रक्रिया पूरी कर 20 नर्सिंग छात्राओं को रांची सदर अस्पताल में नियुक्ति का पत्र भी दे दिया. लेकिन जब वो अस्पताल आईं तो उन्हें पता चला कि वो ठगी का शिकार हुई हैं.
सदर अस्पताल की प्रतिष्ठा पर लग रहा धब्बाः जिला सदर अस्पताल के नाम पर ठगी का खेल चल रहा है. गांव कस्बे की भोली-भाली नर्सिंग स्टूडेंट्स से ठगी जा रही हैं. लेकिन सदर अस्पताल के उपाधीक्षक की नजर में ठगी का यह पूरा मामला मात्र बरगलाने भर का है. एक ओर अस्पताल प्रबंधक कह रही है कि इस तरह के मामले हुए हैं तो फिर उपाधीक्षक सिरे से इस तरह की घटना को नकार कैसे रहे हैं. हालांकि अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि इस बार मामले को लेकर लोकल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है.