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नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने वाला तीसरा आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने जाल बिछा कर दबोचा - झारखंड न्यूज

रांची की नाबालिग लड़की को जिस्मफरोशी के धंधे में धकलने वाले तीसरे आरोपी को बरियातू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया (Case Of Pushing Minor Girl In Prostitution) है. आरोपी के पास से 2.67 लाख रुपए नगद बरामद किया गया है.

Case Of Pushing Minor Girl In Prostitution
Case Of Pushing Minor Girl In Prostitution
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Published : Dec 8, 2022, 9:34 PM IST

रांचीः रांची के बरियातू इलाके की रहने वाली एक नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया (Case Of Pushing Minor Girl In Prostitution) है. गिरफ्तार आरोपी संदीप साहू ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाता था. संदीप को बरियातू पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के पास से 2.67 लाख रुपए भी बरामद किया गया है. आरोपी के मोबाइल से दो दर्जन से अधिक लड़कियों की तस्वीरें बरामद हुईं हैं, जो जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल हैं.


ये भी पढे़ं-दिव्यांग नबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में चौंकाने वाले खुलासे, रांची में एक्टिव है जिस्मफरोशी कराने वाला रैकेट

नाबालिग लड़की को संदीप ही ग्राहकों तक पहुंचाता थाः बताते चलें कि नाबालिग को जिस्मफरोशी के दलदल में शामिल करवाने के आरोप (Pushed Minor Girl In Prostitution) में पूर्व में पुलिस ने दो लोगों को जेल भेजा था, लेकिन जांच में यह जानकारी मिली कि नाबालिग को संदीप साहू ही ग्राहकों तक पहुंचाता था. साथ ही पैसे की वसूली भी संदीप ही करता था.

फिल्मी अंदाज में पुलिस ने आरोपी को दबोचाः संदीप के बारे में जानकारी मिलने के बाद बरियातू पुलिस उसकी तलाश में जुट गई.पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए उसी के तरीके को आजमाया. संदीप के मोबाइल पर बरियातू पुलिस के एक मुखबिर ने मैसेज कर एक बड़े आदमी के लिए लड़की उपलब्ध करवाने की बात कही. इस पर संदीप ने बताया कि लड़की मिल जाएगी. पुलिस के मुखबिर ने एडवांस के तौर पर एक हजार संदीप के खाते में डाल दिए. मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी ज्ञानरंजन, दो सब इंस्पेक्टर आकाश भारद्वाज और अविनाश बरियातू रोड में सादे लिबास में मुखबिर के इशारे का इंतजार करने लगे. कुछ ही देर बाद एक लड़की को लेकर संदीप वहां पहुंचा और मुखबिर के कार में लड़की को बिठा दिया. खुद भी वह कार के अंदर आकर और बाकी पेमेंट मांगने लगा. जैसे ही वह कार के अंदर बैठा सादे लिबास में सड़क पर खड़े बरियातू थाना प्रभारी और दोनों सब इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और संदीप को दबोच (Police Caught By Laying a Trap) लिया. इस दौरान संदीप ने भागने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह पुलिस के चुंगल से बच नहीं सका. हालांकि इस दौरान कार में बैठी लड़की भीड़ का फायदा उठा कर मौके से फरार हो गई.

दो दर्जन से ज्यादा लड़कियों की तस्वीरें और 2.67 लाख बरामदः संदीप के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पॉकेट से 2.67 लाख रुपए बरामद किए गए. पूछताछ में संदीप में यह बताया है कि यह पैसे उसने लड़कियों को सप्लाई कर ग्राहकों से वसूला है. इसमें से कुछ पैसे लड़कियों को देने हैं, जबकि रैकेट में शामिल बाकी लोगों तक भी यह पैसा पहुंचाना था. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि संदीप के पास जो मोबाइल बरामद हुआ है उसमें एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों की तस्वीरें मिली (Photos Of More Than Two Dozen Girls Recovered) हैं. ये सभी लड़कियां राजधानी रांची और बंगाल की रहने वाली हैं. बरियातू पुलिस मोबाइल से मिले डिटेल को खंगाल रही है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पुलिस को एक महिला मैडम और कुछ अन्य लोगों की अभी भी तलाश है.


पहले प्रेमी ने जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला थाः दरअसल अपने ही प्रेमी के द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे में धकेली गई नाबालिग के पिता ने उसके अपहरण की आशंका जताते हुए बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले में कार्रवाई करते हुए बरियातू पुलिस ने इसी सप्ताह नाबालिग को बरामद किया था. इस दौरान दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. बरियातू थाने की पुलिस ने जिन आरोपियों को नाबालिग को अगवा करने के जुर्म में गिरफ्तार किय था उसमें से एक गौरव सिंह उर्फ सूचित कुमार ने नाबालिग लड़की को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया. फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद उसे एक महिला दलाल के हाथ बेच दिया (Girl Sold To Pimp) था. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई.

नामकुम से अजय और पलामू से गौरव की हुई थी गिरफ्तारीः मोबाइल लोकेशन और गुप्तचरों की मदद से पुलिस ने सबसे पहले एक आरोपी अजय को नामकुम से गिरफ्तार किया. साथ ही नाबालिग को भी उसके घर से बरामद किया. नाबालिग की निशानदेही पर पुलिस ने पलामू से आरोपी गौरव को दबोचा. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष नाबालिग को अगवा और दुष्कर्म करने की बात स्वीकार की है. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष दुष्कर्म करने और उसकी बिक्री करने वालों के नाम का भी खुलासा किया है.

फर्जी शादी कर रखा था नामकुम मेंः चुटिया निवासी अजय तिर्की उर्फ प्रिंस के हाथ महिला ने नाबालिग को बेच दिया था. इसी दौरान 27 अक्तूबर की रात नाबालिग को आरोपी अजय के अलावा उसके दोस्त नवीन क्षेत्री और सेंटू कचहरी रोड स्थित एक होटल में ले गए. तीनों ने नाबालिग के साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद आरोपी अजय नाबालिग को अपने साथ नामकुम ले गया. वहां पर उससे झाड़ू-पोछा का काम कराता था. पकड़े जाने के डर से उसने नाबालिग की मांग में सिंदूर डाल दिया, ताकि आसपास के लोग उसे उसकी पत्नी समझे. इसी दौरान 27 नवंबर को पुलिस को नाबालिग लड़की के नामकुम होने की जानकारी मिली. छापेमारी कर पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर लिया. साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में अब तक कुल तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. जबकि मामले में तीन अन्य फरार चल रहे हैं. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

फेसबुक पर की दोस्ती, फिर किया अगवाः आरोपी गौरव उर्फ सूचित अपर बाजार स्थित आलू-प्याज के प्रतिष्ठान में काम करता था. इसी दौरान फेसबुक पर उसकी दोस्ती नाबालिग लड़की से हुई. दोनों के बीच बातचीत होने लगी. इसी दौरान 24 अक्तूबर को नाबालिग को मिलने के लिए पंडरा बुलाया. रात में नाबालिग उससे मिलने के लिए पंडरा पहुंची. पंडरा स्थित एक घर में आरोपी नाबालिग को अपने साथ ले गया, जहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद 26 अक्तूबर को नाबालिग लड़की आरोपी के दुकान पहुंची और काम दिलाने की बात कही. इसके बाद आरोपी ने एक महिला को फोन कर बुलाया और नाबालिग को बेच दिया. जान से मारने की धमकी देकर महिला दलाल ने नाबालिग से गलत काम कराने (Girl Sold To Pimp) लगी. इसी बीच उसे यह पता चला कि महिला भी लड़की से गलत धंधा करा रही है. इसके बाद वह पलामू फरार हो गया था.

रांचीः रांची के बरियातू इलाके की रहने वाली एक नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया (Case Of Pushing Minor Girl In Prostitution) है. गिरफ्तार आरोपी संदीप साहू ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाता था. संदीप को बरियातू पुलिस ने फिल्मी अंदाज में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के पास से 2.67 लाख रुपए भी बरामद किया गया है. आरोपी के मोबाइल से दो दर्जन से अधिक लड़कियों की तस्वीरें बरामद हुईं हैं, जो जिस्मफरोशी के धंधे में शामिल हैं.


ये भी पढे़ं-दिव्यांग नबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में चौंकाने वाले खुलासे, रांची में एक्टिव है जिस्मफरोशी कराने वाला रैकेट

नाबालिग लड़की को संदीप ही ग्राहकों तक पहुंचाता थाः बताते चलें कि नाबालिग को जिस्मफरोशी के दलदल में शामिल करवाने के आरोप (Pushed Minor Girl In Prostitution) में पूर्व में पुलिस ने दो लोगों को जेल भेजा था, लेकिन जांच में यह जानकारी मिली कि नाबालिग को संदीप साहू ही ग्राहकों तक पहुंचाता था. साथ ही पैसे की वसूली भी संदीप ही करता था.

फिल्मी अंदाज में पुलिस ने आरोपी को दबोचाः संदीप के बारे में जानकारी मिलने के बाद बरियातू पुलिस उसकी तलाश में जुट गई.पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए उसी के तरीके को आजमाया. संदीप के मोबाइल पर बरियातू पुलिस के एक मुखबिर ने मैसेज कर एक बड़े आदमी के लिए लड़की उपलब्ध करवाने की बात कही. इस पर संदीप ने बताया कि लड़की मिल जाएगी. पुलिस के मुखबिर ने एडवांस के तौर पर एक हजार संदीप के खाते में डाल दिए. मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी ज्ञानरंजन, दो सब इंस्पेक्टर आकाश भारद्वाज और अविनाश बरियातू रोड में सादे लिबास में मुखबिर के इशारे का इंतजार करने लगे. कुछ ही देर बाद एक लड़की को लेकर संदीप वहां पहुंचा और मुखबिर के कार में लड़की को बिठा दिया. खुद भी वह कार के अंदर आकर और बाकी पेमेंट मांगने लगा. जैसे ही वह कार के अंदर बैठा सादे लिबास में सड़क पर खड़े बरियातू थाना प्रभारी और दोनों सब इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और संदीप को दबोच (Police Caught By Laying a Trap) लिया. इस दौरान संदीप ने भागने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह पुलिस के चुंगल से बच नहीं सका. हालांकि इस दौरान कार में बैठी लड़की भीड़ का फायदा उठा कर मौके से फरार हो गई.

दो दर्जन से ज्यादा लड़कियों की तस्वीरें और 2.67 लाख बरामदः संदीप के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पॉकेट से 2.67 लाख रुपए बरामद किए गए. पूछताछ में संदीप में यह बताया है कि यह पैसे उसने लड़कियों को सप्लाई कर ग्राहकों से वसूला है. इसमें से कुछ पैसे लड़कियों को देने हैं, जबकि रैकेट में शामिल बाकी लोगों तक भी यह पैसा पहुंचाना था. सबसे हैरानी की बात तो यह है कि संदीप के पास जो मोबाइल बरामद हुआ है उसमें एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों की तस्वीरें मिली (Photos Of More Than Two Dozen Girls Recovered) हैं. ये सभी लड़कियां राजधानी रांची और बंगाल की रहने वाली हैं. बरियातू पुलिस मोबाइल से मिले डिटेल को खंगाल रही है. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पुलिस को एक महिला मैडम और कुछ अन्य लोगों की अभी भी तलाश है.


पहले प्रेमी ने जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला थाः दरअसल अपने ही प्रेमी के द्वारा जिस्मफरोशी के धंधे में धकेली गई नाबालिग के पिता ने उसके अपहरण की आशंका जताते हुए बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले में कार्रवाई करते हुए बरियातू पुलिस ने इसी सप्ताह नाबालिग को बरामद किया था. इस दौरान दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. बरियातू थाने की पुलिस ने जिन आरोपियों को नाबालिग को अगवा करने के जुर्म में गिरफ्तार किय था उसमें से एक गौरव सिंह उर्फ सूचित कुमार ने नाबालिग लड़की को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया. फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद उसे एक महिला दलाल के हाथ बेच दिया (Girl Sold To Pimp) था. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई.

नामकुम से अजय और पलामू से गौरव की हुई थी गिरफ्तारीः मोबाइल लोकेशन और गुप्तचरों की मदद से पुलिस ने सबसे पहले एक आरोपी अजय को नामकुम से गिरफ्तार किया. साथ ही नाबालिग को भी उसके घर से बरामद किया. नाबालिग की निशानदेही पर पुलिस ने पलामू से आरोपी गौरव को दबोचा. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष नाबालिग को अगवा और दुष्कर्म करने की बात स्वीकार की है. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष दुष्कर्म करने और उसकी बिक्री करने वालों के नाम का भी खुलासा किया है.

फर्जी शादी कर रखा था नामकुम मेंः चुटिया निवासी अजय तिर्की उर्फ प्रिंस के हाथ महिला ने नाबालिग को बेच दिया था. इसी दौरान 27 अक्तूबर की रात नाबालिग को आरोपी अजय के अलावा उसके दोस्त नवीन क्षेत्री और सेंटू कचहरी रोड स्थित एक होटल में ले गए. तीनों ने नाबालिग के साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद आरोपी अजय नाबालिग को अपने साथ नामकुम ले गया. वहां पर उससे झाड़ू-पोछा का काम कराता था. पकड़े जाने के डर से उसने नाबालिग की मांग में सिंदूर डाल दिया, ताकि आसपास के लोग उसे उसकी पत्नी समझे. इसी दौरान 27 नवंबर को पुलिस को नाबालिग लड़की के नामकुम होने की जानकारी मिली. छापेमारी कर पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर लिया. साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में अब तक कुल तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. जबकि मामले में तीन अन्य फरार चल रहे हैं. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.

फेसबुक पर की दोस्ती, फिर किया अगवाः आरोपी गौरव उर्फ सूचित अपर बाजार स्थित आलू-प्याज के प्रतिष्ठान में काम करता था. इसी दौरान फेसबुक पर उसकी दोस्ती नाबालिग लड़की से हुई. दोनों के बीच बातचीत होने लगी. इसी दौरान 24 अक्तूबर को नाबालिग को मिलने के लिए पंडरा बुलाया. रात में नाबालिग उससे मिलने के लिए पंडरा पहुंची. पंडरा स्थित एक घर में आरोपी नाबालिग को अपने साथ ले गया, जहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद 26 अक्तूबर को नाबालिग लड़की आरोपी के दुकान पहुंची और काम दिलाने की बात कही. इसके बाद आरोपी ने एक महिला को फोन कर बुलाया और नाबालिग को बेच दिया. जान से मारने की धमकी देकर महिला दलाल ने नाबालिग से गलत काम कराने (Girl Sold To Pimp) लगी. इसी बीच उसे यह पता चला कि महिला भी लड़की से गलत धंधा करा रही है. इसके बाद वह पलामू फरार हो गया था.

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