रांची: झारखंड ही एक ऐसा राज्य है जहां के छात्र न केवल प्रतियोगिता परीक्षा के परिणाम के लिए सालों इंतजार करते हैं बल्कि राज्य सिविल सेवा परीक्षा जैसे प्रतियोगी परीक्षा के लिए आंदोलन करते हैं और उसके बाद सरकार जगती है. कुछ ऐसा ही वाकया बुधवार को देखने को मिला जब राज्य के बड़ी संख्या में छात्रों ने 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का विज्ञापन निकालने की मांग को लेकर ट्विटर पर कैंपेन चलाया.
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सुबह 10 बजे से जारी इस ट्विटर कैपेंन के जरिए छात्र सरकार पर निशाना साधते नजर आए. जेपीएससी और सरकार से 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा का विज्ञापन निकालने की मांग कर रहे इन छात्रों ने आगे आंदोलन तेज करने की धमकी दी है. छात्र नेता देवेंद्र महतो ने कहा कि सरकार पिछले डेढ़ साल से नियमावली ही बनाने में जुटी है. ऐसे में जो छात्र लंबे समय से तैयारी करने में जुटे हैं उनकी उम्र खत्म हो रही है जिसकी चिंता सरकार को नहीं है.
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गहरी नींद में सो रहे राज्य की सबसे बड़ी नियुक्ति संस्था JPSC को जगाने के लिए आज यानी 27/09/23 को दिन 10 बजे से ताबोड़ - तोड़ ट्वीट रीट्वीट करके चट्टानी एकता का परिचय दें। #11th_jpsc_jari_karo pic.twitter.com/6d14otkRLI
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राज्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थी विज्ञापन निकलने की आस में सरकार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. जानकारी के मुताबिक सरकार के द्वारा गठित अब तक दो कमेटियों के द्वारा झारखंड लोक सेवा आयोग सिविल सेवा परीक्षा नियुक्ति नियमावली को लेकर अनुशंसा प्राप्त नहीं होने की वजह से इस नियुक्ति पर ग्रहण लगा हुआ है. पूर्व से चली आ रही नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण को लेकर कई तरह की विसंगतियां सामने आई थी.