रांची: धनतेरस को लेकर रांची सहित झारखंड के बाजारों में रौनक बढ़ी हुई है. आमतौर पर धनतेरस के मौके पर लोग सोना चांदी के साथ-साथ गाड़ियों की खरीदारी करते रहे हैं. इस साल बाजार की स्थिति ठीक होने की वजह से सर्राफा बाजार के व्यवसायी खासा उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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ग्राहकों का उत्साह देखते हुए आभूषण की दुकान सज चुकी हैं. दुकानों पर एक से बढ़कर एक छोटे बड़े सोने चांदी के ज्वेलरी ग्राहकों को लुभाने के लिए तैयार है. इस साल रांची के बाजार में चांदी के कलश और कमल का फूल खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसके अलावा लाइट वेट ज्वेलरी के साथ-साथ लक्ष्मी गणेश की तस्वीर वाले चांदी के सिक्कों की डिमांड देखी जा रही है.
नए सिक्कों के अलावा चांदी के पुराने सिक्के भी दुकान में रखे गए हैं. आभूषण व्यवसायी विद्या कुमारी कहती हैं कि धनतेरस के मौके पर हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार सोना चांदी खरीदना चाहता है. इसके पीछे वजह यह है कि बदलते समय के साथ अन्य सामान की तुलना में यह निवेश के रूप में देखा जा रहा है. जिस वजह से लोग इसे खरीदना पसंद करते हैं.
2000 करोड़ का व्यवसाय होने की उम्मीद: एक अनुमान के मुताबिक इस बार रांची सहित पूरे झारखंड में लगभग 2000 करोड़ का व्यवसाय होने की उम्मीद जताई जा रही है. ग्राहकों का उत्साह को देखते हुए सर्राफा व्यवसाय एक से एक सोने चांदी के ज्वेलरी बाजार में उतारे हैं. झारखंड सोना चांदी व्यवसायी समिति के उपाध्यक्ष संतोष सोनी कहते हैं कि कोरोना की वजह से दो साल व्यवसाय प्रभावित रहा है. पिछले साल मार्केट में सुधार दिखा.
पिछले साल रांची और जमशेदपुर में धनतेरस के मौके पर करीब 800 करोड़ की बिक्री हुई थी, इस साल दोनों जिला में इससे ज्यादा होने की उम्मीद है. माना जा रहा है कि इस साल करीब एक हजार करोड़ का कारोबार होगा. बहरहाल धनतेरस के मौके पर सोना-चांदी से बने एक से बढ़कर एक समान मार्केट में उतारे गए हैं.