नई दिल्ली: पूर्व मंत्री एवं विधायक नीलकंठ मुंडा ने कहा कि झारखंड में महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बटवारा में एक महीना का समय लग गया, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह सरकार अच्छे से काम नहीं कर पा रही है ना कर पाएगी, सरकार जिस तरह से चल रही है उससे हम लोग तो बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं.
नीलकंठ मुंडा से जब यह पूछा गया कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया, विभागों का बंटवारा भी हो गया लेकिन बीजेपी विधायक दल का नेता कौन होगा, प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इस पर अब तक निर्णय क्यों नहीं हो पाया है तो इस पर नीलकंठ मुंडा ने कहा कि हमारे विधायक और केंद्रीय नेतृत्व जल्द इन सब पर निर्णय लेंगे, बातचीत जारी है, जल्द नए प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता पर निर्णय ले लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- झारखंड के नए कृषि मंत्री बादल ने कहा- 'जय जवान जय किसान' के नारे को चरितार्थ करने का करेंगे प्रयास
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार में जिन लोगों को जो जिम्मेदारी मिली है उम्मीद है कि वह अच्छे से निभाएंगे लेकिन मुझे लगता है कि वो लोग अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभा नहीं पाएंगे.
ये भी पढ़ें- पाकुड़ में अपराधियों का आतंक, ठेकेदार से मांगी 10 लाख की रंगदारी
बता दें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास यह विभाग होंगे- कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा, गृह मंत्रालय, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय विभाग समेत वह सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों का आवंटित नहीं है. रामेश्वर उरांव को वित्त मंत्री बनाया गया है, आलमगीर आलम को ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बनाया गया है, सत्यानंद भोक्ता को श्रम मंत्री बनाया गया है, चंपई सोरेन को परिवहन मंत्री बनाया गया है, हाजी हुसैन अंसारी को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया गया है, जगरनाथ महतो को शिक्षा मंत्री बनाया गया है, जोबा मांझी को महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री बनाया गया है, मिथिलेश ठाकुर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री बनाए गए हैं, बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए हैं, बादल पत्रलेख को कृषि एवं पशुपालन मंत्री बनाया गया है.