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BJP सांसद ने बिहार में शराबबंदी कानून में संशोधन की मांग की, कहा- भ्रष्टाचार को मिल रहा बढ़ावा - भाजपा सांसद ने बिहार में शराबबंदी कानून में बदलाव की मांग की

झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बिहार में शराबबंदी के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने इसके लिए नीतीश कुमार से शराबबंदी कानून में बदलाव की मांग की है. साथ ही ट्वीट कर कई बिंदुओं को उजागर किया है.

BJP MP Nishikant Dubey on liquor ban bihar appeal to nitish kumar change in law
निशिकांत दुबे
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Published : Nov 13, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Nov 13, 2020, 2:07 PM IST

रांची: गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बिहार में शराबबंदी को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्वीट कर नीतीश कुमार से शराबबंदी कानून में बदलाव करने की अपील की है.

बिहार में एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत से बनने जा रही है और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन सरकार गठन से पहले ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने नीतीश कुमार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. शराबबंदी को लेकर उन्होंने नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार का बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. इसे लेकर उन्होंने बिहार के 7वीं बार सीएम बनने जा रहे नीतीश कुमार से शराबबंदी में संशोधन करने की मांग की है, क्योंकि इससे राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है.

झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने अपने ट्वीट में नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए लिखा कि ' बिहार के मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से आग्रह है कि शराब बंदी में कुछ संशोधन करें, क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल, बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं, इससे राजस्व की हानि, होटल उद्योग प्रभावित तथा पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं.'

BJP MP Nishikant Dubey on liquor ban bihar appeal to nitish kumar change in law
निशिकांत दुबे का ट्वीट

इसे भी पढ़ें- अवैध खनन के दौरान हादसे में 4 की मौत की सूचना, आधिकारिक पुष्टि नहीं

बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून नीतीश कुमार के एक बड़े फैसलों में गिना जाता है. शराबबंदी को जदयू व सीएम नीतीश कुमार खुद भी बड़ी उपलब्धि मानते हैं. नीतीश कुमार की सरकार यह दावा करती रही है कि शराबबंदी से घरेलू हिंसा के मामले में काफी कमी आई है. अपराध का ग्राफ कम हुआ है, जिसके कारण उन्हें अक्सर राज्य में महिला वोटरों का साथ मिलता आया है. बीते चुनाव में भी महिला वोटरों ने जमकर वोट किया है और प्रधानमंत्री ने उन्हें साइलेंट वोटर भी बताया है. ऐसे में इसका मुख्य कारण शराबबंदी जैसा फैसला भी बताया जाता है. बीते चुनाव के दौरान भी कई बार बिहार में शराब जब्त की गई है.

वहीं, विपक्षी दल शराबबंदी पर नीतीश को कई बार घेर चुके हैं. एनडीए में शामिल दल भी नीतीश के इस फैसले पर कई बार सवाल उठा चुके हैं. राजद, कांग्रेस या चिराग पासवान, इसे लेकर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं कि बिहार में घर-घर शराब की डिलीवरी होती है. शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. चिराग ने यहां तक कहा था कि शराबबंदी के कारण बिहार बेरोजगार लोगों को शराब तस्कर बनाया जा रहा है. शराबबंदी को फेल करार दिया था और कहा था कि इससे राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है.

रांची: गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बिहार में शराबबंदी को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्वीट कर नीतीश कुमार से शराबबंदी कानून में बदलाव करने की अपील की है.

बिहार में एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत से बनने जा रही है और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन सरकार गठन से पहले ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने नीतीश कुमार पर सवाल खड़े कर दिए हैं. शराबबंदी को लेकर उन्होंने नीतीश कुमार पर भ्रष्टाचार का बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. इसे लेकर उन्होंने बिहार के 7वीं बार सीएम बनने जा रहे नीतीश कुमार से शराबबंदी में संशोधन करने की मांग की है, क्योंकि इससे राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है.

झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने अपने ट्वीट में नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए लिखा कि ' बिहार के मुख्यमंत्री @NitishKumar जी से आग्रह है कि शराब बंदी में कुछ संशोधन करें, क्योंकि जिनको पीना या पिलाना है वे नेपाल, बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ का रास्ता अपनाते हैं, इससे राजस्व की हानि, होटल उद्योग प्रभावित तथा पुलिस, एक्साइज भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं.'

BJP MP Nishikant Dubey on liquor ban bihar appeal to nitish kumar change in law
निशिकांत दुबे का ट्वीट

इसे भी पढ़ें- अवैध खनन के दौरान हादसे में 4 की मौत की सूचना, आधिकारिक पुष्टि नहीं

बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून नीतीश कुमार के एक बड़े फैसलों में गिना जाता है. शराबबंदी को जदयू व सीएम नीतीश कुमार खुद भी बड़ी उपलब्धि मानते हैं. नीतीश कुमार की सरकार यह दावा करती रही है कि शराबबंदी से घरेलू हिंसा के मामले में काफी कमी आई है. अपराध का ग्राफ कम हुआ है, जिसके कारण उन्हें अक्सर राज्य में महिला वोटरों का साथ मिलता आया है. बीते चुनाव में भी महिला वोटरों ने जमकर वोट किया है और प्रधानमंत्री ने उन्हें साइलेंट वोटर भी बताया है. ऐसे में इसका मुख्य कारण शराबबंदी जैसा फैसला भी बताया जाता है. बीते चुनाव के दौरान भी कई बार बिहार में शराब जब्त की गई है.

वहीं, विपक्षी दल शराबबंदी पर नीतीश को कई बार घेर चुके हैं. एनडीए में शामिल दल भी नीतीश के इस फैसले पर कई बार सवाल उठा चुके हैं. राजद, कांग्रेस या चिराग पासवान, इसे लेकर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं कि बिहार में घर-घर शराब की डिलीवरी होती है. शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. चिराग ने यहां तक कहा था कि शराबबंदी के कारण बिहार बेरोजगार लोगों को शराब तस्कर बनाया जा रहा है. शराबबंदी को फेल करार दिया था और कहा था कि इससे राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है.

Last Updated : Nov 13, 2020, 2:07 PM IST

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